सरकारी स्कूल में नौंवी कक्षा की दो नाबालिग छात्राओं के साथ दुष्कर्म, स्कूल प्रशासन ने मदद के बजाय दोनों का नाम काटा


सरकारी स्कूल में जम्मू कॉलोनी व ममीदी निवासी दो छात्राएं नौवीं कक्षा में पढ़ती है। बीती 25 अक्तूबर को जब वे घर से स्कूल आ रही थी तो रास्ते में कार सवार दो युवकों ने उन्हें कार में बैठा लिया। इसके बाद आरोपी उन्हें पंचायत भवन के नजदीक स्थित एक रेस्टोरेंट में ले गए। आरोप है कि यहां आरोपियों ने रेस्टोरेंट के बेसमेंट में उनके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी उन्हें स्कूल के नजदीक छोड़कर वहां से फरार हो गए। वहीं इस बात की भनक स्कूल स्टाफ व प्रिंसिपल को भी लग गई। अगले दिन जब दोनों छात्राएं स्कूल पहुंची तो स्कूल प्रिंसिपल ने उनसे इस बारे में बातचीत की। छात्राओं ने आपबीती सुनाई। स्कूल स्टाफ के सदस्यों ने छात्राओं द्वारा बताए गए रेस्टोरेंट का मुआयना भी किया। लेकिन स्कूल प्रशासन द्वारा मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए, पीड़ित छात्राओं के स्कूल से नाम काट दिए और उन्हें घर भेज दिया गया। इसके बाद पीड़ित छात्राओं ने मामले की शिकायत हरियाणा राज्य बाल संरक्षण आयोग को भेजी। मामले को संज्ञान में लेते हुए शुक्रवार को हरियाणा राज्य बाल सरंक्षण आयोग के सदस्य परमजीत सिंह बडौला अपनी टीम के साथ स्कूल में पहुंचे।
टीम को देख स्कूल प्रशासन हैरत में पड़ गया। बडौला के साथ चाइल्ड वेल्फेयर कमेटी की चेयरपर्सन सतपाल कौर, सुरेश, जिला बाल संरक्षण अधिकारी डा. रिचा बुद्धिराजा, लीगल अधिकारी रंजन शर्मा, गुरुप्रीत सिंह, थाना महिला प्रभारी शीलावंती थी। बडौला ने स्कूल प्रिंसीपल सहित अन्य अध्यापकों से मामले में बातचीत की गई। उन्होंने मामले में स्कूल प्रिंसिपल व अन्य अध्यापकों को जमकर फटकार लगाई। छात्राओं के बारे में पूछने पर स्कूल से दोनों बच्चियां गायब मिली तो बडौला ने उन्हें और फटकार लगाई। इसके बाद दोनों छात्राओं को स्कूल बुलाया गया और टीम द्वारा उनकी काउंसलिंग करवाई गई। जिसमें छात्राओं ने उनके साथ हुए दुष्कर्म व स्कूल से नाम काटने की बात कबूली।