गाय के दूध में पीलापन क्यों होता है? ये रही वजह

दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है. इसीलिए डॉक्टर भी हर किसी को दूध पीने की सलाह देते हैं. ज्यादातर लोगों को गाय का दूध पीने को कहा जाता है. क्योंकि गाय के दूध में कैंसर के खतरे को कम करने की क्षमता होती है. इसमें उच्च मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है. इतना ही नहीं, इसमें पाया जाने वाला विटामिन ए आंखों की रोशनी को सुधारने में मदद करता है. अगर आपको रतौंधी, आंख के सफेद हिस्से में धब्बे जैसी दिक्कतें हों तो गाय का दूध काफी फायेदमंद माना जाता है. लेकिन कभी आपने सोचा कि गाय का दूध सफेद क्यों नहीं होता? इसमें पीलापन क्यों होता है? आइए जानते हैं इसका सही जवाब.
भैंस-बकरी ही नहीं, बच्चों को जन्म देने वाले ज्यादातर जीवों का दूध सफेद होता है. लेकिन गाय का दूध हल्का पीलापन लिए हुए होता है. Fonterra के साइंस्टिस्ट ने इसकी वजह बताई है. उन्होंने कहा कि दूध में कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन भी पाया जाता है. ‘कैसीन’ नाम के इसी प्रोटीन की वजह से ज्यादातर दूध सफेद होता है. लेकिन गाय के दूध में कैरोटीन नाम का प्रोटीन होता है. इसी की वजह से गाय के दूध में पीलापन होता है.
चारा भी निभाता अहम रोल
दूध पीलेपन की मात्र गाय को दिए जाने वाले चारे पर भी निर्भर करती है. क्योंकि पौधों में विटामिन ए नहीं होता. इसकी वजह प्रोविटामिन होता है, जिसे कैरोटिनॉयड कहते हैं. जानवर जैसे ही इन्हें निगलते हैं, ये विटामिन एक में बदल जाते हैं. कैरोटिनॉयड की वजह से ही फलों और सब्जियों में नारंगी और पीला रंग आता है. हरी पत्तेदार सब्जियों में भी कैरोटिनॉयड होते हैं. हालांकि, क्लोरोफिल का हरा रंग, उन्हें ढंक देता है. इसलिए वे हरे नजर आते हैं. वरना इनका रंग भी पीला होता.
ये वजह भी इसके पीछे
उधर, सफेद दूध में पाया जाने वाला ‘कैसीन’ प्रोटीन कैल्शियम और फॉस्फेट से मिलकर छोटे-छोटे कण बनाता है, जिसे मिसेली (Micelle) कहते हैं. इसके अलावा दूध में फैट ज्यादा होने की वजह से भी यह सफेद होता है. जब मिसेली पर प्रकाश पड़ता है, तो यह अपवर्तित होकर बिखर जाता है और दूध सफेद नजर आने लगता है.