किसने पेश किया था पहला बजट, किसके नाम सबसे बड़ा भाषण देने का रिकॉर्ड… 10 बातें जो आप नहीं जानते
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले महीने 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2025 पेश करेंगी। हर बार की तरह इस बार भी बजट से मध्यम वर्ग को काफी उम्मीदें हैं। वित्त वर्ष 2025-26 के बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने का काम शुरू हो गया है।
जैसे-जैसे बजट का दिन नजदीक आ रहा है, लोगों के मन में कई सवाल आ रहे हैं। भारत का पहला बजट किसने पेश किया… सबसे बड़ा बजट भाषण किसने दिया। आइए जानते हैं भारत के बजट परंपरा के बारे में 10 तथ्य जो कम लोग ही जानते होंगे…
भारत में कब पेश हुआ पहला बजट
साल 1857 की क्रांति को हर कोई देशभर के क्रांतिकारियों द्वारा ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाने से जानता है। लेकिन इसका एक किस्सा बजट से भी जुड़ा है। दरअसल, 1857 की बगावत को दबाने के लिए अंग्रेजों को बड़े पैमाने पर धन-बल का इस्तेमाल करना पड़ा।
इसका बोझ सरकारी खजाने पर भी पड़ा। ब्रिटिश हुकूमत ने जनता की नाराजगी कम करने और अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए भारत का अलग से बजट पेश करने का फैसला किया। इसके लिए एक बड़े अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन (James Wilson) को बुलाया गया था।
जेम्स विल्सन स्कॉटिश व्यापारी और मशहूर अर्थशास्त्री थे। जेम्स का जन्म 3 जून 1805 को हुआ था। जेम्स ने ही ‘द इकोनॉमिस्ट’ की नींव रखी थी, जो आज भी दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित बिजनेस मैगजीन समझी जाती है।
1857 विद्रोह के बाद भारत की शासन प्रणाली में कई बदलाव हुए। ब्रिटिश क्राउन ने भारतीय प्रशासन की जिम्मेदारी ईस्ट इंडिया कंपनी से खुद ले ली।
इसके बाद भारत का प्रशासन पूरी तरह से ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया के अधीन हो गया। उन्होंने 7 अप्रैल 1860 को पहली बार भारत का बजट पेश करवाया और ये बजट पहले फाइनेंस मेंबर जेम्स विल्सन ने किया।
आजाद भारत में किसने किया पहला बजट पेश
आर.के. षणमुगम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को आजाद भारत का पहला बजट पेश किया था।
भारत की पहली महिला वित्त मंत्री
इंदिरा गांधी बजट पेश करने वाली पहली महिला बनी थीं। उन्होंने 1970-71 वित्त वर्ष का बजट पेश किया था।
कौन थे बजट पेश करने वाले पहले राज्यसभा सांसद?
प्रणब मुखर्जी ने 1982-83 में बजट पेश किया था।
सबसे ज्यादा बार किसने पेश किया बजट?
मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री के रूप में आठ पूर्ण और दो अंतरिम बजट पेश किये थे।
बजट से जुड़े अन्य तथ्य
1991 में यशवंत सिन्हा और मनमोहन सिंह ने मिलकर काम किया। यशवंत सिन्हा ने मार्च में अंतरिम बजट पेश किया और मनमोहन सिंह ने जुलाई में पूर्ण बजट पेश किया। ये पहली बार था जब दो दलों के वित्त मंत्रियों ने एक ही वर्ष में बजट पेश किया।
सबसे बड़ा बजट भाषण निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 में 2 घंटे 42 मिनट का दिया था।
1965 में टी.टी. कृष्णमाचारी वित्त मंत्री जिन्होंने पहली बार अघोषित या काले धन के स्वैच्छिक घोषणा की योजना शुरू की थी।
मोरारजी देसाई ने 29 फरवरी को 1964 और 1968 को अपने जन्मदिन पर बजट पेश किया था।
मनमोहन सिंह ने 1994-95 में पहली बार सेवा कर बजट में पेश किया था।
बता दें कि पांच बार से ज्यादा बजट पेश करने की सूची में कई वित्त मंत्री हैं। इनमें मोरारजी देसाई (10), पी. चिदम्बरम (9), प्रणब मुखर्जी (7) और सीडी देशमुख (6) शामिल हैं।