वाहन नया हो या पुराना सभी के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट है जरूरी..
वाहन नकली नंबर प्लेटें लगाकर चल रहे हैं। शहर भर में कई दुकानों पर नकली प्लटें बन रही हैं। कुछेक तो हुबहू एचएसआरपी जैसी ही नंबर प्लेट बना दे रहे हैं। पिछले साल इसमें एक मुकदमा भी हुआ था, लेकिन आगे कार्रवाई नहीं होने से फिर से फर्जीवाड़ा शुरू हो गया है।
2016 से सभी वाहनों के लिए एचएसआरपी जरूरी है। नये वाहनों में वाहन डीलर प्लेट लगवा रहे हैं, लेकिन पुराने वाहनों की प्लेट का जिम्मा परिवहन विभाग एक कंपनी दे रखा है। ऑनलाइन आवेदन के बाद वाहन स्वामी जिस कंपनी का वाहन उसके शोरूम में जाकर प्लेट लगवा सकते हैं, लेकिन वाहन स्वामी ऐसा नहीं कर रहे हैं, वह बाजार से नकली प्लेटें लगवा रहे हैं।
यहां बन रही नकली प्लेटें
त्यागी रोड, चंदनगर, राजा रोड, घोसी गली, इनामुल्ला बिल्डिंग, आईएसबीटी, करनपुर, लाडपुर समेत जगहों पर दुकानदार नकली नंबर प्लेंट बना रहे हैं। प्लेट बनाने के लिए कोई 500 रुपये तो कोई 700 रुपये वसूल रहे हैं। भारत सरकार ने इसी महीने फिर से नोटिफिकेशन जारी कर राज्य सरकारों को अनाधिकृत एचएसआरपी पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
ऐसे लगाई जाती है असली एचएसआरपी
उत्तराखंड में एचएसआरपी का काम देख रही कंपनी के स्टेट हेड ऋषि शर्मा ने बताया कि यदि किसी को पुराने वाहन पर एचएसआरपी लगवानी है तो उसे https// bookmyhsrp. com/ पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके बाद वाहन की प्लेट संबंधित वाहन कंपनी के शोरूम में भेजी जाएगी, जहां वाहन पर लगाई जाएगी।
नये सभी वाहनों में एचएसआरपी लग रही है। कुछ लोग पुराने वाहनों में बाजार से नंबर प्लेट लगवा रहे हैं, यह प्लेट वैध नहीं है, इस पर चालान की कार्रवाई होती है। जो लोग नकली नंबर प्लेट लगा रहे हैं, उनको चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।