क्या रामलला के दर्शन के लिए लगता है शुल्क, ट्रस्ट ने बयान जारी कर साफ की तस्वीर
रामलला के दर्शन को लेकर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक्स पर भक्तों के लिए कुछ विशेष जानकारी पोस्ट की है। साफ किया है कि रामलला के दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं लगता। न ही किसी भी आरती के पास के लिए ही शुल्क लिया जाता है।
अयोध्या राम मंदिर में शुल्क लेकर दर्शन की या किसी विशेष पास बनाए जाने की व्यवस्था नहीं है। यदि फिर भी कभी धनराशि लेकर दर्शन करवाए जाने की बात आए तो यह धोखाधड़ी का प्रयास है। मंदिर प्रबंधन का इससे कोई संबंध नहीं है।
आरती के लिए पास की है व्यवस्था
प्रात: काल चार बजे मंगला आरती, सुबह सवा छह बजे की श्रृंगार आरती एवं रात्रि 10 बजे शयन आरती में प्रतिभाग के लिए आरती पास की व्यवस्था है। पास के लिए दर्शनार्थी का नाम, आयु, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर एवं शहर के नाम जैसी सूचनाओं की जरूरत होती है। इसे ट्रस्ट की वेबसाइट पर जाकर बिना शुल्क बनाया जा सकता है।
मंदिर परिसर के लिए उपलब्ध है व्हीलचेयर
राम मंदिर परिसर में वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों के लिए व्हील चेयर उपलब्ध है। व्हीलचेयर सिर्फ श्रीरामजन्मभूमि मंदिर परिसर के लिए है। अयोध्या शहर या किसी अन्य मंदिर के लिए इसका प्रयोग नहीं किया जा सकेगा। इस व्हील चेयर का कोई किराया नहीं है। हां, व्हीलचेयर का संचालन करने वाले नवयुवकों को पारिश्रमिक देय है।
प्रातः 6:30 से रात्रि 9:30 बजे तक होते हैं दर्शन
बताया गया है कि भक्त नित्य प्रातः 6:30 बजे से लेकर रात्रि 9:30 बजे तक दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश करते हैं। मंदिर में प्रवेश से लेकर, दर्शन कर बाहर आने तक की प्रक्रिया अत्यंत सरल एवं सुगम है। सामान्यतः दर्शनार्थियों को 60 से 75 मिनट के भीतर रामलला सरकार का दिव्य दर्शन हो जाता है।
ये चीजें हैं मंदिर के अंदर बैन
भक्त यदि अपना मोबाइल, जूते-चप्पल, पर्स आदि सामान मंदिर परिसर के बाहर रख कर आते हैं तो उन्हें दर्शन में अत्यंत सुविधा होगी। समय की भी बचत होगी। ट्रस्ट ने भक्तों से आग्रह किया है कि दर्शन के दौरान फूल-माला, प्रसाद आदि लेकर न आएं।