प्लेन की सबसे सुरक्षित सीट कौन सी है, कहां बैठकर हादसे में बच जाएगी जान? शायद ही किसी को होगा पता!
आज कल प्लेन हादसों से जुड़ी इतनी खबरें सामने आती हैं कि बहुत से लोगों को प्लेन में बैठने में भी डर लगने लगता है. हाल ही में साउथ कोरिया में एक प्लेन हादसे की खबर ने लोगों को झकझोर दिया. इस हादसे में 179 लोगों की जान चली गई थी. हादसे होंगे या नहीं, उन्हें टाला जा सकता है या नहीं, ये तो हम दावे से नहीं कह सकते, पर हम आपको ये जरूर बता सकते हैं कि प्लेन की सबसे सुरक्षित सीट (Safest seat on plane) कौन सी होती है, जिसपर बैठने से प्लेन हादसों के दौरान किसी के बचने के मौके बढ़ जाते हैं. हमारा दावा है कि बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी!
फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार जब भी हम प्लेन की सीटें बुक करते हैं, तो बस इस बात पर गौर करते हैं कि हमें प्लेन से उतरने या चढ़ने में कितनी सहूलियत होगी. हम ये नहीं सोचते कि कौन सी सीट सुरक्षित है. कई शोध में ये दावा किया गया है कि प्लेन की कुछ सीटें, दूसरी से ज्यादा सुरक्षित हैं, वहां बैठकर प्लेन हादसे के दौरान जान भी बच सकती है. जब अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड ने 1971 से 20 विमान हादसों की जांच की तो उन्होंने पाया कि जो लोग प्लेन की पिछली सीटों पर बैठे थे, उनकी जान बचने के चांस 69 फीसदी तक थे.
कौन सी सीट होती है सेफ
प्लेन के अगले हिस्से पर स्थित सीटों पर बैठने वालों के बचने की उम्मीद सिर्फ 49 फीसदी ही थी. जो लोग विंग के पास बैठे थे, उनके बचने की उम्मीद 59 फीसदी थी. अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने 1985 से 2000 के प्लेन हादसों पर रिसर्च की, बचने वाले और जान गंवाने वालों पर शोध किया. उन्होंने पाया कि प्लेन का पिछला हिस्सा ज्यादा सुरक्षित है. वहां पर बैठने से बचने का चांस ज्यादा होता है. बीच में बैठना भी काफी फायदेमंद होता है. जो लोग प्लेन के पिछले हिस्से में मिडिल सीट पर बैठे थे, उनमें 28 फीसदी मृत्यु दर था.
कितना बड़ा हुआ हादसा, उसपर निर्भर करती है जान
सबसे कम सुरक्षित कैबिन में पहले से तीसरी रो की आयल सीट होती है जिसमें मृत्यु दर 44 फीसदी था. सीएनएन के अनुसार मिडिल सीटें ज्यादा सुरक्षित होती हैं क्योंकि लोग दोनों ओर से इंसानों से घिरे रहते हैं, इस वजह से चोट लगने का चांस घट जाता है. अब तो आप समझ गए होंगे कि प्लेन के पिछले हिस्से की मिडल सीटों पर बैठना ज्यादा सुरक्षित होता है. पर ये भी मायने रखता है कि प्लेन का हादसा कितना बड़ा है और उसके किस हिस्से में ज्यादा नुकसान हुआ है. सीएनएन के अनुसार अगर प्लेन पहाड़ों में भिड़ता है या फिर अगली टिप सीधे समुद्र में घुस जाती है तो बचने का चांस और कम हो जाता है. इसके अलावा प्लेन पर सुरक्षित रहने के लिए आपको कुछ नियमों का पालन करना चाहिए.