प्रयागराज के लिए अब मिलेगा सस्ता हवाई टिकट? सरकार बोली- किराया घटाएं एयरलाइंस

महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। इनमें से बहुत-से श्रद्धालु हवाई रास्ते से जा रहे हैं। इस बढ़ी डिमांड का फायदा उठाने के लिए विमानन कंपनियों ने हवाई किराये में इजाफा कर दिया है। इस पर सरकार ने चिंता जताई है। प्रयागराज में 26 फरवरी तक महाकुंभ मेला रहेगा।

उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रयागराज के लिए ‘अत्यधिक’ हवाई किराये पर चिंता जताई है। उन्होंने किराये में कमी करने की मांग करते हुए विमानन नियामक डीजीसीए को पत्र लिखा है। जोशी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “प्रयागराज के लिए हवाई किराया काफी अधिक है। इससे श्रद्घालुओं के लिए महाकुंभ में भाग लेना मुश्किल हो रहा है।’

प्रयागराज के लिए कितना बढ़ा हवाई किराया?

इस महीने की शुरुआत में ट्रैवल पोर्टल ixigo ने कहा कि प्रयागराज के लिए उड़ानों की बुकिंग के साथ-साथ हवाई किराए में भी कई गुना वृद्धि हुई है। इसकी वजह महाकुंभ के लिए प्रयागराज का सफर करने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ी संख्या है। दिल्ली-प्रयागराज उड़ानों के लिए हवाई टिकट की कीमतें 21 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं।

नागरिक विमानन मंत्रालय का क्या कहना है?

नागरिक विमानन मंत्रालय ने प्रयागराज के लिए बढ़े हवाई किराये मामले में दखल दिया है। उसने सोमवार (27 जनवरी) को कहा था कि हवाई किराए को तर्कसंगत बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। डीजीसीए के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते एयरलाइन प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की थी। इसमें उनसे अधिक उड़ानें जोड़ने और टिकट की कीमतों को तर्कसंगत बनाने की अपील की गई थी।

कौन घटाता-बढ़ाता है हवाई किराया?

मौजूदा नियमों के तहत विमानन कंपनियां हवाई किराये को खुद तय करती हैं। इस पर सरकार नियंत्रण नहीं होता है। हालांकि, सरकार किराये में ज्यादा बढ़ोतरी होने पर विमान कंपनियों को किराया घटाने की सलाह दे देती है। पिछले साल दीवाली के समय भी एयरलाइंस ने हवाई किराया काफी बढ़ा दिया था। उस वक्त एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने कंपनियों से किराया घटाने को कहा था। हालांकि, कंपनियां सरकार की सलाह मानने के लिए बाध्य नहीं हैं।

प्रयागराज के लिए कितनी उड़ानें चल रही हैं?

प्रयागराज के लिए फिलहाल लगभग 80,000 मासिक सीटों के साथ 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं। यह पिछले महीने आठ की तुलना में अब 17 शहरों से सीधे जुड़ा हुआ है। हालांकि, प्रयागराज के लिए हवाई टिकटों की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है, क्योंकि अधिक से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ का हिस्सा बनना चाहते हैं। हालांकि, अभी एयरलाइंस के पास डिमांड के मुकाबले काफी कम फ्लाइट और सीटें उपलब्ध हैं।

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