जब साइंटिस्ट ने किया एक अनूठा प्रयोग, नतीजा मिला अजीब, जानिए

समुद्र में पाई जाने वाली पट्टियों वाल मछलियां में एक क्लाउनफिश बहुत ही खास होती हैं. एक स्टडी में वैज्ञानिकों ने पाया है कि ये मछलियां गहरे समुद्र में कोरल के पास बहुत तरह की पट्टीदार मछलियों के साथ रहती हैं और भीड़ भरे माहौल में साथी और दुश्मन मछलियों में अंतर भी कर लेती हैं. रोचक अध्ययन में उन्होंने पाया दिमाग से होशियार ये मछलियां गितनी भी कर सकती हैं.

ओकिनावा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने क्लाउनफिश के माहौल में काफी चुनौती भरे हालात देखे. इससलिए डॉ कीना हायाशी और उनके साथियों ने एनेमोनेफिश की प्रजाति की मछलियां के जटिल सामाजिक बर्ताव का अध्ययन किया.

क्लाउनफिश को अपने इलाके की रक्षा करनी होती है लेकिन समस्या ये होती है कि हमला करने वाली मछलियां उन्हीं की प्रजाति की मछलियां होती हैं. इससे वैज्ञानिकों के मन में सवाल उठा कि आखिर ये मछलियां हमलावर मछलियों की पहचान करती कैसे हैं, जबकि कोरल रीफ के माहौल तो बहुत ही घना होता है.

क्लाउनफिश के रूप में मशहूर मछलियों सेहित एनेमोनेफिश बहुत सी पट्टियों में दिखने वाली मछलियां होती हैं. इनमें तीन सफेद पट्टियों से लेकर बिना पट्टी वाली मछलियां भी होती हैं. इससे वैज्ञानिकों को यह लगा कि हो सकता है कि ये अलग अलग पैटर्न ही क्लाउनफिश को दूसरी मछलियों की पहचान करने के काम में आते हों.

इसी को जानने के लिए डॉ हायाशी और उनकी टीम ने एक खास प्रयोग किया जिसमे उन्होंने कुछ क्लाउनफिश को अलग से पाला और यह सुनिश्चित किया कि वे दूसरी एनिमोनेफिश प्रजाति की मछलियों को ना देख पाएं. उन्होंने छह महीने के बाद उनका दूसरी क्लाउनफिश से होने वाला बर्ताव देखा कि कैसे वे दूसरी मछलियों की पहचान करती हैं.

उन्होंने देखा मछलियों का बर्ताव पट्टी की संख्या के आधार पर दूसरी मछलियों से बदल जाता है. यानी कि वे पट्टियों को गिन कर दूसरी और अपनी साथी मछलियों की पहचान करती हैं. इसके अलावा शोधकर्ताओं ने कुछ मछिलियों की पट्टीयां रंग कर छोड़ कर उनका बर्ताव देखा. प्रतिक्रिया देख कर उन्होंने पाया कि जो नतीजे उन्होंने निकाले हैं, वो बिलकुल सही हैं. मछलियां दूसरी मछलियों की पट्टियां गिन कर उनकी पहचान करती हैं.

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