दीया जलाते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना शुरू हो जाएंगे बुरे दिन

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपने आराध्य की पूजा करते समय लोग दीपक जलाते हैं। साथ ही मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए भी लोग दीपक प्रज्वलित करते हैं। लेकिन इस दौरान वो छोटी – छोटी ऐसी गलतियां करते हैं जिसके नकारात्मक परिणाम भुगतने पड़ते हैं। तो चलिए दीपक जलाते समय किन बातों का ध्यान रखना इसके बारे में जानते हैं-
सनातन धर्म को आस्था का प्रतीक माना जाता है। इस धर्म में रोजाना पूजा-पाठ, आरती, दीपक प्रज्वलित करने की परंपरा बेहद पुरानी है। इन अद्भूत अद्भुत परंपराओं के बेहद फलदायी प्रभाव हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अपने आराध्य की पूजा करते समय लोग दीपक जलाते हैं। साथ ही मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए भी लोग दीपक प्रज्वलित करते हैं।
लेकिन इस दौरान वो छोटी – छोटी ऐसी गलतियां करते हैं, जिसके नकारात्मक परिणाम भुगतने पड़ते हैं। तो चलिए दीपक जलाते समय किन बातों का ध्यान रखना इसके बारे में जानते हैं-
मुख्य द्वार पर इस जगह दीपक जलाएं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शाम के समय मुख्य द्वार पर दीपक प्रज्वलित करना बेहद शुभ माना गया है। लेकिन इसे सही जगह स्थापित करना बेहद जरूरी है। दरअसल, मुख्य द्वार पर दीपक दाईं ओर जलाना चाहिए, जो घर से निकलते समय दाहिनी तरफ हो। इस बात का खास ख्याल रखें कि दीपक का मुख पश्चिम दिशा में न हो।
घी या फिर तेल ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दीपक जलाने के लिए गाय के घी या फिर सरसों और तिल के तेल का उपयोग करना चाहिए। हालांकि दीपक के लिए घी न हो, तो तेल का भी उपयोग किया जा सकता है।
दीपक का मुख इस ओर रखें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दीपक का मुख हमेशा पूर्व या फिर उत्तर दिशा में होना चाहिए। सनातन धर्म में इन दोनों ही दिशाओं को बेहद शुभ माना गया है। ऐसे में इस ओर दीया का मुख रखना बेहद कल्याणकारी होता है।
संध्याकाल में जलाएं दीपक
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मुख्य द्वार का दीया संध्याकाल में जलाना शुभ माना गया है। इसके साथ ही अगर घर पर तुलसी, केला और शमी का वृक्ष है, तो इनके समक्ष दीपक जलाना बिल्कुल न भूलें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा आपके घर पर बनी रहती है।





