देवदास फिल्म देखकर भारत काम करने आ गई थीं नोरा फतेही
हिंदी फिल्मों का बोलबाला विदेश में भी है। अभिनेत्री और डांसर नोरा फतेही भी बालीवुड फिल्मों की दीवानी रही हैं। एक खास हिंदी फिल्म उन्हें मोरक्को से भारत खींच लाई। नोरा कहती हैं कि भारत में काम करने का ख्याल संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास को देखकर ही आया था।
संजय लीला भंसाली की हीरोइन बनना चाहती हैं नोरा
उन्होंने कहा कि कि सच कहूं, तो अगर मैं किसी दिन संजय लीला भंसाली की फिल्मों की हीरोइन बनी, तो वह मेरे करियर का टर्निंग प्वाइंट होगा। मैं चाहती हूं कि वह मुझमें यकीन करें कि मैं उनकी फिल्म की हीरोइन बन सकती हूं। कलाकार को बस एक मौका और वह इंसान चाहिए होता है, जो आप पर भरोसा करे।
क्लासिकल डांस को लेकर कही ये बात
आगे बोलीं कि मैंने काफी डांस किया है, लेकिन भारतीय क्लासिकल डांस को इसलिए अभी तक नहीं छुआ, क्योंकि मैं चाहती थी कि जब मैं वह नृत्य करूं, तो सबसे बेस्ट लगूं और भव्य तरीके से उसे शूट किया जाए। ऐसा केवल संजय लीला भंसाली ही कर सकते हैं। मैं यकीन के साथ कह सकती हूं कि मेरी मौजदूगी इस फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी नहीं होगी कि लोग ऐसे कहें कि यह हीरोइन तो हीरो के बगल में खड़े रहकर बाक्स ऑफिस तक पहुंच गई।
शाहरुख खान को लेकर कही ये बात
नोरा ने कहा कि मुझे प्रासंगिक रहने के लिए हीरो की जरुरत नहीं पड़ेगी। अगर शाह रुख खान के साथ फिल्म में मौका मिला, तो नोरा फिर क्या करेंगी? इस सवाल पर वह कहती हैं कि उस फिल्म में भी मेरे किरदार में कुछ वजन होना चाहिए। मोरक्को में शाह रुख खान को बहुत पसंद किया जाता है। मैं वहां से आई हुई पहली लड़की हूं, जो बालीवुड में काम कर रही हूं। वहां के लोग भी चाहेंगे कि शाह रुख के साथ मुझे देखे, तो उन्हें गर्व हो। सिर्फ लुभाने के लिए मुझे फिल्म में नहीं होना है।