WhatsApp एक प्राइवेसी फोकस्ड फीचर की कर रहा है टेस्टिंग, इन चैट्स में मिलेगा

WhatsApp अपने Meta AI चैट्स के लिए नया Incognito Mode लाने की तैयारी कर रहा है। ये फीचर प्राइवेसी पर फोकस होगा और चैट हिस्ट्री को सेव नहीं करेगा। Safari के Private Browsing और Chrome के Incognito Mode जैसा ये फीचर यूजर्स को संवेदनशील टॉपिक्स पर सवाल पूछने और रिसर्च करने की आजादी देगा। ये अभी डेवलपमेंट स्टेज में है और बीटा टेस्टर्स को भी एक्सेस नहीं है।

WhatsApp भविष्य में Meta AI चैट्स के लिए नया Incognito Mode ला सकता है। ये जानकारी एक फीचर ट्रैकर के हवाले से मिली है। ये फंक्शन हाल ही में बीटा वर्जन में डेवलप होते हुए देखा गया और कहा जा रहा है कि ये प्राइवेसी-फोकस्ड होगा ताकि कॉन्फिडेंशियलिटी दी जा सके। मिली जानकारी के मुताबिक ये फीचर Safari के Private Browsing और Google Chrome के Incognito Mode जैसा होगा। ये अभी डेवलपमेंट में है और बीटा टेस्टर्स के लिए भी उपलब्ध नहीं है।

WhatsApp में आ सकता है Incognito Mode
WhatsApp फीचर्स ट्रैकर WABetaInfo ने पाया कि इंस्टैट मैसेजिंग ऐप Meta AI के लिए नया Incognito Mode फीचर पर काम कर रहा है। बताया गया है कि ये फीचर एंड्रॉयड के लिए WhatsApp beta वर्जन 2.25.28.1 में स्पॉट किया गया। ये फीचर यूजर्स को Meta AI चैटबॉट के साथ प्राइवेटली बातचीत करने देगा, जहां ऐप उनकी क्वेरीज का हिस्ट्री रिकॉर्ड नहीं करेगा ताकि कॉन्फिडेंशियलिटी बनी रहे।

ये फीचर आने वाले अपडेट में रोल आउट होने की उम्मीद है। फिलहाल, Meta AI चैटबॉट से बातचीत करते समय डेटा फ्यूचर रेफरेंस के लिए रिकॉर्ड हो सकता है। WABetaInfo के मुताबिक, Incognito Mode ऑन करने के बाद, Meta AI न तो डेटा ट्रेनिंग के लिए यूज कर पाएगा और न ही यूजर एक्सपीरियंस को पर्सनलाइज करने के लिए। इससे यूजर्स को अपने डेटा पर ज्यादा कंट्रोल मिलेगा और प्राइवेसी भी बनी रहेगी।

अगर कोई यूजर Incognito Mode ऑन करके चैट विंडो से बाहर निकलता है, तो उसकी पूछी गई क्वेरीज अपने आप डिलीट हो जाएंगी। यानी यूजर्स आसानी से ‘सेंसिटिव टॉपिक्स’ पर सवाल कर सकेंगे और रिसर्च कर पाएंगे, बिना इस चिंता के कि उनका डेटा गलत तरह से इस्तेमाल होगा।

फीचर ट्रैकर द्वारा शेयर किए गए स्क्रीनशॉट के मुताबिक, जब यूजर द्वारा WhatsApp पर Incognito Mode ऑन किया जाएगा, तो ऐप एक प्रॉम्प्ट दिखाएगा, जिसमें वार्निंग होगी है कि ‘no personalisation, no history, and no memory’, यानी फ्यूचर चैट्स के लिए ये सब उपलब्ध नहीं होगी। इसको ऑन करने का बटन ऑप्शन विंडो में दिखाई देगा, जहां अभी यूजर्स चैट शुरू कर सकते हैं या पिछली चैट्स देख सकते हैं।

हाल ही में, एक रिपोर्ट में बताया गया कि WhatsApp Meta AI का वॉयस चैट मोड भी टेस्ट कर रहा है। इसे कथित तौर पर कुछ बीटा टेस्टर्स को एंड्रॉयड के लिए वॉट्सऐप बीटा 2.25.21.21 अपडेट में बग्स और इश्यूज फ्लैग करने के लिए दिया गया था। कहा जा रहा है कि इसमें कई फ्लेक्सिबिलिटी और पर्सनलाइजेशन ऑप्शन्स होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक यूजर्स Meta आइकन पर टैप करके चैट विंडो से ही Meta AI के साथ टू-वे वॉयस चैट्स शुरू कर सकेंगे।

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