क्या होती है हलवा सेरेमनी, बजट से जुड़े अधिकारियों पर क्यों बिठाया जाता है ‘पहरा’?
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पेश होने वाले बजट में एक हफ्ता बचा है। बजट से जुड़ी सारी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार (24 जनवरी) को हलवा समारोह (Halwa Ceremony) होगी। यह साल बजट से पहले वाली अहम रस्म है। इसमें बजट दस्तावेज तैयार करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को “हलवा” परोसा जाता है। इसी के साथ बजट की तैयारियों में जुटे ऑफिशियल्स के लिए लॉक-इन पीरियड शुरू हो जाता है।
क्या होता है ‘लॉक-इन पीरियड’
हलवा समारोह का मतलब है कि बजट तैयार होकर छपने लगा है। इस खुशी में हलवा समारोह होता है। इस बार यह शुक्रवार (24 जनवरी) शाम 5 बजे नॉर्थ ब्लॉक में होगा। इस रस्म को पूरा करने के बाद बजट का मसौदा तैयार करने वाले सभी अधिकारी ‘लॉक-इन’ पीरियड में चले जाते हैं। इस दौरान उन्हें नॉर्थ ब्लॉक परिसर के भीतर रहना होता है। उन्हें किसी भी मिलने-जुलने की इजाजत नहीं होती। इसका मकसद होता है कि बजट से जुड़ी कोई जानकारी लीक न हो।
हलवा समारोह के बाद क्या होता है?
हलवा समारोह होने के बाद बजट के लिए प्रधानमंत्री से ली जाती है और उससे जुड़े दस्तावेज छपने के लिए भेजे जाते हैं। सुरक्षा के लिहाज से इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) वित्त मंत्रालय के तहखाने में प्रिंटिंग प्रेस का औचक निरीक्षण करता है। साल 1950 तक बजट दस्तावेज की छपाई राष्ट्रपति भवन में होती थी। लेकिन, उस साल बजट लीक हो गया। इसके बाद इसे मिंटो रोड और फिर बाद में नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में ट्रांसफर कर दिया गया।
सेरेमनी में कौन-कौन शामिल होगा
शुक्रवार शाम होने वाली हलवा सेरेमनी की अगुआई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी। उनके साथ वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और बजट तैयार करने शामिल अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान नॉर्थ ब्लॉक में एक बड़ी कड़ाही में हलवा तैयार किया जाएगा। वित्त मंत्री भी हलवा बनाने में मदद करेंगी। हलवा समारोह के बाद बजट बनाने वाले अधिक लॉक इन पीरियड में जाएंगे। उनका लॉक इन पीरियड संसद में वित्त मंत्री का बजट भाषण खत्म होने के साथ ही समाप्त होगा।
जब टूट गई हलवा सेरेमनी की परंपरा
कोरोना काल में आजाद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ था कि परंपरागत तौर पर मनाई जाने वाली हलवा सेरेमनी नहीं मनाई गई। इसकी जगह कर्मचारियों में मिठाई बांटी गई थी और पेपरलेस मोड में बजट को तैयार किया गया था। हालांकि पिछले साल भी पेपरलेस बजट पेश हुआ था, लेकिन हलवा सेरेमनी मनाई गई थी।