जीरो ग्रैविटी में माच‍िस की तीली जलाएं तो क्‍या होगा? लौ उठेगी या बुझ जाएगी

गुरुत्‍वाकर्षण सौर्य मंडल में सूर्य और अन्य ग्रहों को बांधे रखता है. यही वो ताकत है, जो हमें और धरती की हर चीज को ग‍िरने नहीं देती. इसकी वजह से हर चीज नियंत्रित होती है. यहां तक कि आग जलाएं तो भी आसानी से जलती है. ऊपर की ओर लौ उठती नजर आती है. लेकिन सोच‍िए अगर आप ऐसी जगह हों जहां जीरो ग्रैविटी हो और वहां माच‍िस की तीली जलाई जाए तो कैसा नजारा होगा? लौ उठेगी या बुझ जाएगी? NASA ने करके दिखाया.

आग के अस्‍त‍ित्‍व के लिए तीन चीजों की जरूरत होती है, गर्मी ऑक्‍सीजन और ईंधन. धरती पर ये तीनों चीजें जहां भी म‍िलती हैं, आग तुरंत जल उठती है. इनकी मात्रा जितनी ज्‍यादा होती है, आग उतनी तेज फैलती जाती है. मगर अंतर‍िक्ष में तो ये तीनों एक साथ नहीं मिलतीं. फ‍िर वहां क्‍या होगा. पहली बात, अंतर‍िक्ष ठंडा है. वहां ऑक्‍सीजन की मात्रा भी नहीं के बराबर है. ऐसे में ईंधन ले भी जाएं तो जलेगा कैसे? धरती पर जहां गुरुत्वाकर्षण की उपस्थिति होती है, वहां अगर मोमबत्ती जलाएं तो एक लंबी लौ दिखाई देती है. मगर जीरो ग्रैविटी वाली जगह पर इसे जलाएं तो यह कैसी दिखेगी? इस तस्‍वीर को देख‍िए.

इस वजह से आया बदलाव
नासा जॉनसन स्‍पेस सेंटर (NASA Johnson Space Center) ने यह तस्‍वीर शेयर की है. आप देख सकते हैं‍ कि धरती पर माच‍िस की तीली से ऊंची लौ उठ रही है, जबक‍ि शून्‍य ग्रैविटी में एक नीले रंग के बल्‍ब की तरह नजर आ रही है. शून्य गुरुत्वाकर्षण में आग की लपटें ऊपर की दिशा में नहीं होतीं, क्योंकि उन्हें ऊपर उठाने के लिए कोई फोर्स काम नहीं करता. इसके बजाय लौ बूंद के समान गोलाकार आकृतियां बनाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्म हवा गुरुत्वाकर्षण के बिना ऊपर नहीं उठती.

लौ के नीले रंग होने की वजह खास
लौ के नीले रंग होने की एक खास वजह है. क्‍योंकि नीली लपटें लाल या पीली लपटों की तुलना में अधिक गर्म होती हैं. यह हाई एनर्जी लेवल दर्शाता है. आप जानकर हैरान होंगे कि जिनती उच्‍च ऊर्जा होगी, उसकी तरंग दैर्ध्‍य छोटी होगी. इसीलिए हम इसे नीले रंग में देख पा रहे हैं. यहां दिखाई जा रही तस्‍वीर जीरो ग्रेविटी में ली गई है, इसल‍िए आग की लपटों पर गुरुत्‍वाकर्षण का असर नहीं हुआ. गुरुत्वाकर्षण बल की अनुपस्थित होने का अर्थ है कि उल्प्लावक बलों ( buoyant force) का अस्तित्व नहीं होता. इसलिए लौ का आकार गोलाकार रहता है, और सभी दिशाओं में गर्मी बाहर की ओर फैलती है.

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