दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ कौन सा है, इसके आगे सोना-हीरा कुछ भी नहीं!

इस दुनिया में ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो काफी महंगी होती हैं. सोने और हीरे को ही ले लीजिए. इस समय 10 ग्राम सोना 63 हजार रुपये का है वहीं दुनिया का सबसे कीमती हीरा, कोहिनूर भी 20 बिलियन डॉलर यानी 16 खरब रुपये के करीब है. शायद ही इससे महंगा कोई रत्न होगा. पर क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ (Most expensive material in the world) कितना महंगा है? शायद ही आप इसके बारे में जानते होंगे. इस पदार्थ के 1 ग्राम की कीमत आपके होश उड़ा देगी.

न्यूज18 हिन्दी की सीरीज ‘अजब-गजब नॉलेज’ के तहत हम आपके लिए लेकर आते हैं देश-दुनिया से जुड़ी ऐसी जानकारियां जो आपके होश उड़ा देगी. आज हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे महंगे पदार्थ (Most expensive thing in the world) के बारे में. किसी ने कोरा पर सवाल किया- विश्व का सबसे महंगा पदार्थ (material) कौन सा है तथा इसकी उपयोगिता क्या है? हम इसी सवाल का जवाब देने जा रहे हैं, पर उससे पहले जान लीजिए कि लोगों ने क्या उत्तर दिए हैं.

कोरा पर लोगों ने क्या दिया जवाब?
आशुतोष त्रिपाठी नाम के यूजर ने कहा- “विश्व में सबसे महंगा पदार्थ प्रतिपदार्थ (Antimatter) होता है. 1 ग्राम प्रति पदार्थ की कीमत लगभग 17 ट्रिलीयन डॉलर होती है. पहली बात प्रतिपदार्थ को अभी बहुत ज्यादा बनाया ही नहीं जा सका है क्योंकि इसे संरक्षित करने की कोई विधि नहीं है यह जिस पदार्थ में रखा जाता है उसके साथ क्रिया करके ऊर्जा में बदल जाता है.” अमित कुमार वर्मा ने कहा- “दुनिया की सबसे महंगी कमोडिटी एंटीमैटर है। एंटीमैटर के एक ग्राम की कीमत 6.25 लाख करोड़ डॉलर है, यानी भारतीय रुपए में इसकी वैल्यू 393.75 लाख करोड़ रुपए है. वैज्ञानिकों का कहना है कि एंटीमैटर दरअसल एक पदार्थ के ही समान है, लेकिन उसके एटम के भीतर की हर चीज उलटी है. एटम में सामान्य तौर पर पॉजिटिव चार्ज वाले न्यूक्लियस और नेगेटिव चार्ज वाले इलैक्ट्रोंस होते हैं, लेकिन एंटीमैटर एटम में नेगेटिव चार्ज वाले न्यूक्लियस और पॉजिटिव चार्ज वाले इलैक्ट्रोंस होते हैं. ये एक तरह का ईंधन है, जिसे अंतरिक्ष यान और विमानों में डाला जाता है.”

क्या कहते हैं विश्वस्नीय सोर्सेज?
ये तो आम लोगों द्वारा दिए गए जवाब हैं. चलिए अब देखते हैं कि विश्वस्नीय सोर्सेज का इसके बारे में क्या कहना है. लाइव साइंस वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार एंटिमैटर यानी प्रति पदार्थ, पदार्थ की ही तरह होता है, बस फर्क ये होता है कि इसमें जो चार्ज होता है वो उल्टा होता है. जिस प्रकार पदार्थ में इलेक्ट्रॉन के निगेटिव चार्ज होता है, उसी प्रकार एंटीमैटर में इलेक्ट्रॉन का चार्ज पॉजिटिव होता है. बिग बैंग यानी महाविस्फोट में जिस तरह पदार्थ का निर्माण हुआ, उसी प्रकार एंटीमैटर का भी निर्माण हुआ. पर ये हमारी दुनिया में बेहद दुर्लभ है और वैज्ञानिकों को भी इसका कारण नहीं पता है. वैज्ञानिकों ने हाइड्रोजन का एंटीमैटर एलिमेंट, एंटीहाइड्रोजन बनाया है और हीलियम का एंटीमैटर एंटीहीलियम बनाया है. दुनिया में सिर्फ 10 नैनोग्राम एंटीमैटर बनाया गया है. ये सिर्फ लैब में बन सकता है. 1 ग्राम एंटीमैटर की कीमत करीब 62 ट्रिलियन डॉलर, यानी 5,21,04,50,00,00,00,001 रुपये है. ये इतना महंगा इसी वजह से है क्योंकि इसे बनाना बेहद मुश्किल और खर्चीला काम है.

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