ट्रेन की पटरी के किनारे क्यों लिखा होता है ‘सी/फा’ और ‘W/L’, क्या है मतलब? 

ट्रेन पर यात्रा करने का मजा ही कुछ अलग होता है. आपको नए लोगों से मिलने का मौका मिलता है, देश की खूबसूरती देखने का मौका मिलता है और अनोखे तरह के ज्ञान की भी प्राप्ति होती है. ट्रेन से जुड़ा एक रोचक फैक्ट, ट्रेन के अंदर नहीं, बल्कि बाहर, पटरियों के बगल में होता है. यात्रा के दौरान आपका ध्यान रेलवे ट्रैक (What is the meaning of W/L board) के बगल में लगे बोर्ड्स पर गया होगा, जिसपर ‘W/L’ या ‘सी/फा’ लिखा रहता है. क्या आप जानते हैं कि आखिर इसका क्या मतलब है? शायद ही लोगों को इसके बारे में सही जानकारी होगी!

यूट्यूब चैनल @RailwayJasoos पर हाल ही में एक वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें रेलवे से जुड़ी एक रोचक जानकारी दी गई है. एक शख्स रेलवे ट्रैक के बगल में खड़ा है, और पटरी के बगल में लगे पोल की ओर इशारा कर रहा है. उस पोल पर दो बोर्ड लगे हैं. पहले बोर्ड पर लिखा है ‘सी/फा’ वहीं दूसरे पर लिखा है ‘W/L’. सुरक्षा के नजरिए से बोर्ड काफी जरूरी होता है.

क्या होता है ‘सी/फा’ और ‘W/L’ का मतलब?
शख्स ने वीडियो में बताया कि ‘सी/फा’ का मतलब होता है ‘सीटी’ और ‘फाटक’ नहीं ‘W/L’ का मतलब होता है Whistle और Level Crossing. ये बोर्ड लोको पायलट, यानी ट्रेन के ड्राइवर के लिए एक प्रकार का संकेत होता है कि जब वो इस स्थान तक पहुंचें, तो यहां से आगे सीटी बजाना शुरू कर दें, सतर्कता बरतें और ट्रेन को धीरे कर लें क्योंकि आगे कोई फाटक यानी लेवल क्रॉसिंग है. इस तरह आगे फाटक पर खड़े लोग सतर्क हो जाएंगे और वो क्रॉसिंग पार करने की कोशिश नहीं करेंगे.

भारत की सबसे छोटी ट्रेन यात्रा!
इन बोर्ड को अक्सर पीले रंग का बनाया जाता है जो काफी ब्राइट रंग होता है और दूर से ही लोको पायलट की नजर में आ जाता है. ट्रेनों से जुड़ी जानकारियां लोगों को बहुत मजेदार लगती हैं. शायद आपको ये जानकारी भी अनोखी लगे,

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