बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए क्या घरेलू उपाय अपनाएं?

मौसम बदलते समय बच्चों को निमोनिया होने की समस्या हो जाती है। दरअसल सर्दियों के मौसम में लापरवाही बरतने की वजह से बच्चे निमोनिया व अन्य संक्रमक रोगों के शिकार हो जाते हैं। लेकिन कुछ घरेलू उपायों को अपनाने से आप इन रोगों से बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं। आगे इनके बारे में विस्तार से जानते हैं। 

हल्दी का सेवन करें 

हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। हल्दी बच्चों को सर्दियों में वायरस से सुरक्षित रखने का काम करती है। अगर बच्चा बड़ा है तो आप मौसम बदलते ही बच्चे को हल्दी वाला दूध देना शुरू करें। लेकिन यदि वह छोटा है तो आप हल्दी को पानी में गर्म कर उसे बच्चे के सीने पर मालिश करते हुए लगाएं। इससे बच्चे को संक्रामक रोग में राहत मिलती है। 

लौंग का पानी है फायदेमंद

अगर बच्चा 10 साल से बड़ा है तो आप उसको लौंग का पानी दे सकती हैं। पानी में 2 से 3 लौंग व काली मिर्च डालकर उबाल लें। इसके बाद इसे हल्का गुनगुना कर बच्चे को आधा कप पीने के लिए दें। इसके अलावा लौंग के तेल से बच्चे की छाती पर मसाज करने से भी उनको आराम मिलता है और वह निमोनिया से सुरक्षित रहते हैं। 

तुलसी का काढ़ा

तुलसी एक औषधिय गुण मौजूद होते हैं। निमोनिया से बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए आप तुलसी के पत्तों के रस के साथ काली मिर्च को मिलाकर बच्चे को दे सकते हैं। इसके एंटीइंफ्लेमेट्री गुण बच्चे को वायरल रोगों से बचाते हैं। 

लहसुन भी होता है कारगर 

लहसुन के लिए उपयोग किया जाता है। लहसुनकी कुछ कलियों का पेस्ट बना लें और रात को सोने से पहले इस पेस्ट को बच्चे के सीने पर लगा लें। इससे बच्चे के सीने में गर्माहट मिलती है और उसका कफ बाहर आने लगता है। 

यदि बच्चे को निमोनिया हो गया है तो डॉक्टर से मिलकर उसका सही इलाज कराएं। इसके साथ ही आप डॉक्टर से सलाह लेकर घरेलू उपायों को भी अपना सकते हैं। 

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