क्या हैं राहुल गांधी की जन आक्रोश रैली के 10 बड़े मुद्दे, जानिए
दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को राहुल गांधी की जन आक्रोश रैली होनी है. 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की यह बड़ी राजनीतिक रैली है. आइए जानते हैं राहुल गांधी की इस रैली के 10 बड़े मुद्दे…
> राष्ट्रीय एकता, अखंडता, भाईचारा, सामाजिक समरसता, आपसी सद्भाव को खतरा एवं पूरे देश में और सुरक्षा एवं भय का वातावरण.
> प्रतिवर्ष 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा लेकिन दो लाख को भी रोजगार नहीं.
> उन्नाव, कठुआ, सूरत, सासाराम जैसी घटनाओं से देश में दहशत मगर महिला सुरक्षा पर पीएम मोदी मौन.
> दलितों के साथ आए दिन हिंसा, मोदी सरकार द्वारा दलित संरक्षण कानून कमजोर करने का षड्यंत्र.
> देश में किसानों की बदहाली, किसान आत्महत्या को मजबूर, किसानों को फसल की लागत मूल्य ना मिलना, किसानों का ऋण माफ अब तक नहीं.
> न्यायपालिका, चुनाव आयोग, रिजर्व बैंक जैसी संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता पर प्रहार.
> 100 दिन में काला धन वापस लाने एवं प्रत्येक भारतीय के खाते में 15 लाख जमा कराने का झूठा जुमला.
> पिछले 4 साल में आतंकी घटनाओं एवं सैनिकों की शहादत में बढ़ोतरी.
काफी संख्या में पहुंच रहे कांग्रेसी
इस रैली में शामिल होने के लिए पूरे देश से भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली पहुंच रहे हैं. रामलीला मैदान में आयोजित इस रैली के जरिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूदा सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव का बिगुल फूकेंगे. इस दौरान राहुल यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के बाद दिल्ली में राहुल की यह पहली रैली होगी.
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सोनिया भी करेंगी संबोधित
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित पार्टी के शीर्ष नेता भी रैली को संबोधित करेंगे. कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने बताया कि आक्रोश समाज के सभी वर्गों, गरीब, वृद्ध, युवा, किसान, महिलाओं में है. इसलिए इसका नाम जन आक्रोश रैली है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह कांग्रेसियों को संबोधित करेंगे और बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए एकजुट होने का आह्वान करेंगे जो कि ‘समाजिक अशांति उत्पन्न कर रही है और समाज को बांट रही है.’