‘अतिथि देवो भव’ की भावना से आए अतिथियों का करें स्वागत
भाषीनी ऐप से हिंदी में बोला गया शब्द तमिल भाषा में बताएगा
–सुरेश गांधी
वाराणसी : मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने गुरुवार को आयुक्त सभागार के ऑडिटोरियम मीटिंग हॉल में “काशी तमिल संगमम्“ के आयोजन से सम्बन्धित एक आवश्यक बैठक की। इस दौरान उन्होंने काशी वासियों से अपील करते हुए कहा अतिथि देवो भव की भावना के अनुरूप तमिलनाडु से आए अतिथियों के साथ अच्छा से अच्छा व्यवहार करें ताकि वे लोग यहां से अच्छा से अच्छा अनुभव लेकर जाएं।उन्होंने बताया कि इस पूरे कार्यक्रम से राष्ट्रीय भावना को बल मिलेगा। बैठक में पर्यटन विभाग, नगर निगम, सिविल डिफेंस, ऑटो यूनियन एवं नाविक यूनियन से आएं लोगों से भी मंडलायुक्त ने कहा कि सभी ई-रिक्शा चालकों, ऑटो रिक्शा चालकों, सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर्स एवं टूरिस्ट गाइडो को कुछ तमिल वाक्यों एवं शब्दों को सीखें और उनका प्रयोग तमिलनाडु से आए अतिथियों के साथ करें ताकि उनके साथ वार्तालाप करने में कोई समस्या न हो। इन शब्दों को सीखने के लिए गूगल प्ले स्टोर से भारत सरकार द्वारा लॉन्च किया गया भाषीनीऐप डाउनलोड करें।
इस ऐप के द्वारा हिंदी में बोला गया शब्द तमिल भाषा में बताएगा जिससे किसी भी व्यक्ति को तमिल भाषा समझना बहुत सरल होगा। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से प्रत्येक सप्ताह तीन ट्रेन आएगी, इसमें प्रत्येक ट्रेन में 210 तमिल यात्री होंगे। इन यात्रियों में कलाकार, छात्र, बुनकर समेत अन्य कारोबार से जुड़े लोगों को अधिकारियों की टीम 12 समूहों में काशी का दर्शन कराएगी। सबसे पहले मेहमानों को काशी के कोतवाल, काशी विश्वनाथ धाम, अन्नपूर्णा मंदिर का दर्शन कराने के बाद सारनाथ, ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर, बड़ालालपुर, रविदास पार्क तथा गंगा में जलयान से सैर कराया जाएगा। हनुमान घाट पर स्नान की व्यवस्था भी कई है। इसके बाद इन्हें कार्यक्रम स्थल बीएचयू ले जाया जाएगा। फूड कोर्ट, सांस्कृतिक अन्य कार्यक्रमों को देखने के बाद मेहमानों अगले दिन कैंट स्टेशन लाया जाएगा, जहां से मेहमान प्रयागराज फिर अयोध्या जाएंगे। पुनः इसी क्रम में लौट कर वाराणसी से तमिलनाडु के लिए प्रस्थान करेंगे। मेहमानों के काशी दर्शन कराने में मजिस्ट्रेटों के साथ पुलिस विभाग के अफसरों की डयूटी लगायी गई है।
विभागों के नोडल अधिकारी
काशी तमिल संगमम के लिए प्रशासनिक विंग से एडीएम सिटी व एसडीएम पिंडरा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसी प्रकार पुलिस विभाग की ओर से डीसीपी काशी जोन व एडीसीपी काशी जोन, पर्यटन से उप निदेशक पर्यटन, पर्यटन अधिकारी, रेलवे से असिस्टेंट आपरेशन मैनेजर व अतिरिक्त स्टेशन अधीक्षक व आईआरसीटीसी के दिल्ली के जीएम को नोडल बनाया गया है। तमिलनाडु से आने वाले मेहमानों के ले आने व ले जाने का दायित्व भी आईआरसीटीसी के जिम्मे है। इसी प्रकार परिवहन, होटल व्यवस्था के लिए भी अफसरों की तैनाती की गई है।
मोदी कार्यक्रम की रुपरेखा तय
काशी तमिल संगमम का उद्घाटन प्रधानमंत्री 19 नवंबर को दोपहर बाद करेंगे। इस दिन शैक्षिक कार्यक्रम में स्टूडेंट वर्ग, 23 नवंबर को कलाकार, 25 को साहित्यकार, 27 को आध्यात्म से जुड़े लोग, 30 को बिजनेस वर्ग, दो दिसंबर को शिक्षक, चार को हेरिटेज से जुड़े लोग, सात को उद्यमी, नौ को प्रोफेशनल, 11 को मंदिर से जुड़े अकादमिक कार्यक्रम, 14 को ग्रामीण व अंतिम दिन 16 दिसंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम होने की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में विविध कार्यक्रमों के साथ तमिलनाडु के ख्यात संगीतज्ञ, बहुत सी फिल्मों में संगीत देने वाले, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त पद्मश्री इलैयाराजा के संगीत का जादू बिखरेगा। मुख्य आयोजन के शुभारंभ समारोह में प्रधानमंत्री लगभग एक बजे कार्यक्रम स्थल बीएचयू के एंपीथिएटर पहुंच जाएंगे। वहां वह तमिल छात्रों से विशेष रूप से बनाए गए पंडाल में संवाद करेंगे। इसके बाद मंच पर इलैयाराजा के संगीत, तमिलनाडु के शास्त्रीय संगीत, भरतनाट्यम का आनंद लेंगे। तत्पश्चात तमिलनाडु से आने वाले विभिन्न मंदिरों के दर्जन भर पुजारियों अदिनम को सम्मानित करेंगे। स्वागत भाषण के बाद प्रधानमंत्री का उद्बोधन होगा। प्रधानमंत्री लगभग पौने दो घंटे तक आयोजन स्थल पर रहेंगे। सायंकाल मंच पर तमिल संगीत के कलाकार अपने गायन-वादन से अपनी स्वर लहरियां बिखरेंगे। लोक कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। आयोजन 19 नवंबर को प्रधानमंत्री के आगमन के बाद और भव्य स्वरूप लेगा।
मीडिया सक्रिय
आयोजन को लेकर काशीवासी जितने उत्साहित हैं, तमिलनाडु में भी ‘वणक्कम काशी’ के लिए उतना ही उत्साह है। यह पता चलता है तमिलनाडु से आए तमिलभाषी विभिन्न समाचार चैनलों, इंटरनेट मीडिया के रिपोर्टरों व यू-ट्यूबरों की फौज से। तीन-चार दिन पूर्व से ही तमिलनाडु से काफी संख्या में मीडिया के लोग आ पहुंचे हैं और प्री-कवरेज कर रहे हैं। काशी में रहने वाले तमिलभाषियों का साक्षात्कार आदि लेकर सारी खबरें तमिलनाडु पहुंचाने में लगे हैं।