गैंगरेप की शिकार विवाहिता को पति ने ठुकराया

दस माहीने तक दबंगों के कब्जे में रह कर गैंगरेप की शिकार हुई विवाहिता को पति ने भी ठुकरा दिया। पीड़ित लड़की पिछले दो महीने से पुलिस के चक्कर लगा रही है अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उधर, पुलिस उसके पति की आड़ लेकर लीतापोती कर रही है कि वह अपनी मर्जी से उन दबंगों के पास गई थी।
मामला यूपी के बांदा जिले के जसपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। यहां की एक विवाहिता ने बुधवार को मुख्यालय में पुलिस अधीक्षक के न मिल पाने पर क्षेत्राधिकारी के पास पेश होकर उन्हें अर्जी दी। इसमें बताया कि 25 फरवरी 2017 को सुबह करीब 10 बजे गांव के दो सगे भाई और उनका एक अन्य रिश्तेदार उसे यह कहकर वाहन पर बिठा कर ले गए कि उसका पति बहुत बीमार है। इलाज के लिए पैसों की व्यवस्था करा देंगे। दो मासूम बेटियों को छोड़कर युवती उनके साथ चार पहिया वाहन पर चली गई। युवती ने बताया कि तीनों लोग उसे फतेहपुर जनपद के जाफरगंज ले गए। वहां बंधक बनाकर रखा। फिर कई और जगह घुमाया। इस दौरान बारी-बारी से तीनों दुराचार करते रहे।
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16 जनवरी को वह उनके चंगुल से छूट कर भागी और जसपुरा थाने पहुंची। वहां तहरीर दी। पुलिस ने उसके पति को बुलाकर कार्रवाई का भरोसा देते हुए वापस भेज दिया। लेकिन पति ने भी अपने साथ इनकार कर दिया है। युवती ने कहा है कि अब उसका कहीं ठिकाना नहीं है। उधर, आरोपियों पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। युवती ने अर्जी में कहा है कि पति ने उसे रखने से इनकार कर दिया है।
आरोपी उसे अपने साथ रखें या पुलिस तीनों आरोपियों को जेल भेजे। एक हफ्ते के अंदर यह कार्रवाई न होने पर वह आत्महत्या को मजबूर होगी। युवती ने बताया कि क्षेत्राधिकारी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उधर, इस बारे में जसपुरा थानाध्यक्ष रामऔतार का कहना है कि युवती अपनी मर्जी से गई थी। पति ने धारा 498 में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। न्यायालय में मामला चल रहा है। थानाध्यक्ष का कहना था कि इस धारा में गिरफ्तारी नहीं होती।