
उत्तराखंड परिवहन निगम ने चालक व परिचालक की भर्ती निकाली है. अब इस भर्ती को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है. रोडवेज कर्मचारियों ने इसका विरोध किया है. उत्तराखंड परिवहन विभाग में ठेके से हो रही ड्राइवर और कंडक्टर की भर्ती के खिलाफ उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है. रोडवेज कर्मचारी यूनियन का कहना है कि वे लोग इस भर्ती के खिलाफ हैं और आने वाले दिनों में वे अलग-अलग तरीके से अपना विरोध दर्ज कराएंगे.
उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन की बैठक में पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने परिवहन निगम और राज्य सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की. कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष कमल पपने का कहना है कि 2013 में कर्मचारी यूनियन ने ठेकेदारी में भर्ती न करवाने के लिए हाईकोर्ट से केस भी जीता है. बावजूद इसके राज्य सरकार 700 से अधिक ड्राइवर और कंडक्टर के पदों पर ठेकेदार के माध्यम से भर्ती करा रहा है, जो कि सरासर गलत है
कर्मचारी यूनियन के नेताओं का कहना है कि पहले से 3500 से अधिक कर्मचारी विशेष श्रेणी और संविदा में परिवहन निगम में कार्यरत हैं, पहले उनको स्थायी नौकरी दी जाए, उसके बाद ही परिवहन निगम को अगर कोई भर्ती निकालनी है, तो भर्ती जरूर निकाली जाए. उन्होंने आगे कहा कि यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो आने वाले 31 अगस्त को काली पट्टी बांधकर सांकेतिक बहिष्कार किया जाएगा और एक और दो सितंबर को पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार किया जाएगा.