शुक्रवार सुबह से ही नखास, रेती रोड, मदीना मस्जिद चौक, शाहमारूफ, घंटाघर, बसंतपुर, तुर्कमानपुर, जाफरा बाजार, इलाहीबाग सहित कोतवाली, तिवारीपुर और राजघाट इलाके के कई मोहल्लों में सुबह से ही दुकानें बंद रहीं। ऐसा लगा कि अघोषित कर्फ्यू है। अधिकांश युवा सड़कों पर जगह-जगह नारेबाजी करते रहे। पथराव, लाठीचार्ज व आंसू गैस छोड़े जाने के बाद सड़कें पूरी तरह खाली हो गईं। घरों के दरवाजे बंद हो गए। लोग छतों और खिड़कियों से झांकते नजर आए। केवल पुलिस और अधिकारियों की गाड़ियों के सायरन ही सुनाई देते रहे।
एडिशनल एसपी की गाड़ी का कांच टूटा
नखास चौक पर ड्यूटी कर रहे पीएसी के एडिशनल एसपी राजेश भारती की कार को भी उपद्रवियों ने निशाना बना लिया। दरअसल, पथराव के बीच उनका चालक गाड़ी को लेकर कोतवाली थाने की ओर जाने लगा। इसी दौरान एक घर की छत से चले पत्थर से उनकी कार का कांच टूट गया। साथ ही उपद्रव के दौरान दो से तीन मोटरसाइकिलें क्षतिग्रस्त हो गईं।
पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी अलग-अलग करते रहे गश्त
हिंसक प्रदर्शन के बाद नखास, रेती, घंटाघर सहित तमाम इलाकों में एडीजी रेंज, कमिश्नर, डीएम, एसएसपी सहित तमाम अधिकारी व थानेदार अलग-अलग टुकड़ियों में गश्त करते रहे। वहीं, पुलिस की रिजर्व टीम रात में भी इन इलाकों में गश्त करती रही।