यूपी: वार्डन कांड! बेटी बोली- दुष्कर्म के बाद की गई हत्या, जानें पूरा मामला
काकादेव थाना प्रभारी का मानवेंद्र सिंह का कहना है कि पहले परिजनों ने घर पर ही इलाज कराया था, तब भी उसकी ऐसी हालत हुई थी। सोमवार को भी उसकी तबीयत बिगड़ी और उलझन में महिला अपने कपड़े उतारकर कूलर के सामने लेट गई होगी।
कानपुर में काकादेव कोचिंग मंडी के निजी गर्ल्स हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर रहने वाली वार्डन सोमवार शाम कमरे में लहूलुहान हालत में निर्वस्त्र मिली। उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां देर रात उसकी मौत हो गई। पुलिस ने वारदात के वक्त कमरे में मौजूद वार्डन से टिफिन ले जाने वाले युवक पुलिस ने आरेापी युवक, उसके पिता, भाई व उसके दोस्त समेत पांच लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है।
देर रात महिला की भाई की तहरीर पर पुलिस ने टिफिन लाने-ले जाने वाले युवक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर दुष्कर्म की धारा बढ़ाई जाएगी। वार्डन की बेटी के अनुसार घटना के वक्त वह दूध लेने गई हुई थी। पौन घंटे बाद लौटी, तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुलने पर उसने हॉस्टल में नीचे की मंजिल पर रहने वाली गोरखपुर की एक युवती (फार्मासिस्ट) को बुलाया।
आरोपी की शर्ट की बांह और पैंट पर खून के निशान
इसके बाद दोनों दरवाजा खटखटाने लगीं। इस बीच अंदर से मसवानपुर निवासी युवक ने गेट खोला और भाग निकला। बेटी के अनुसार मां निर्वस्त्र हालत में अचेत पड़ी थी। बिस्तर पर खून फैला हुआ था। पास की दीवारों पर खून की छींटे थी। आरोपी की शर्ट की बांह और पैंट पर खून के निशान थे। मां के कपड़े कमरे में किनारे पड़े थे। भाई को घटना की जानकारी देने के बाद वह मां को निजी अस्पताल में ले गए।
आंख के नीचे और चेहरे पर चोटों के निशान
वहां से उसे हैलट भेज दिया गया, जहां देर रात उसे मृत घोषित कर दिया गया। बेटी ने बताया कि मां कि आंख के नीचे और चेहरे पर चोटों के निशान थे। प्राइवेट पार्ट से भी खून बह रहा था। बेटी के अनुसार मां हॉस्टल की देखरेख के साथ टिफिन भी बनाती थी। कमरे से निकलकर भागने वाला युवक घर से रोज 12 टिफिन सप्लाई के लिए ले जाता था। सब्जी भाजी लाने का काम भी करता था। परिजनों ने डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने की मांग की है।
सोमवार शाम को कमरे में महिला व उसकी बेटी थे
मूलरूप से हरदोई की रहने वाली 35 वर्षीय महिला वर्ष 2018 में पति की मौत के बाद करीब तीन साल पहले हॉस्टल में वार्डन का काम कर रही थी। वह हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर बने कमरे में बच्चों के साथ रहती थी। चार बच्चों में 16 वर्षीय बेटी के अलावा 17 वर्षीय बड़ा बेटा पूजापाठ करवाता है। वह सोमवार को हमीरपुर में था। दूसरा 12 वर्षीय बेटा शहर के बाहर रहने वाली मौसी के घर रहकर पढ़ाई करता है। 11 वर्षीय बेटा एक मंदिर के गुरुकुल में रहकर पुरोहित का काम सीख रहा है।
पुलिस को मिली शराब की बोतल, बूट और चश्मा
मंगलवार की सुबह जब हॉस्टल वार्डन की मौत की सूचना अस्पताल से पुलिस को दी गई तब डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार, एडीसीपी सेंट्रल आरती सिंह, थाना प्रभारी काकादेव मानवेंद्र सिंह, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉयड घटनास्थल पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम को वहां शराब की बोतल मिली। साथ ही दूसरी मंजिल पर किसी युवक के एक जोड़ी बूट और काला चश्मा पड़ा मिला।
महिला अचेत अवस्था में कमरे में मिली थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फोरेंसिक ने साक्ष्य जुटाए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। जांच की जा रही है।
पुलिस की कहानी लचर और उलझाऊ
काकादेव में गर्ल्स हॉस्टल में वार्डन की मौत के मामले में पुलिस की थ्योरी ही बेहद लचर और उलझाऊ नजर आ रही है। कभी पुलिस कह रही है कि महिला की हालत अधिक शराब पीने बिगड़ी। वहीं, कभी कह रही है महिला को पहले से ही ब्लीडिंग की समस्या थी और पहले भी उसकी एक बार ऐसी हालत हो गई थी। काकादेव थाना प्रभारी का मानवेंद्र सिंह का कहना है कि पहले परिजनों ने घर पर ही इलाज कराया था, तब भी उसकी ऐसी हालत हुई थी। सोमवार को भी उसकी तबीयत बिगड़ी और उलझन में महिला अपने कपड़े उतारकर कूलर के सामने लेट गई होगी। वहीं पुलिस अफसर मान रहे हैं नशे की वजह से अस्पताल नहीं जा सकी। इसलिए कमरे में ही कपड़े उतार कर बिस्तर पर लेट गई।
बेटी बोली, दुष्कर्म के बाद हत्या की गई
मृत महिला की बेटी का कहना है कि उसकी मां की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है। मां की आंखों, माथे, गाल व पैर पर चोटों के निशान थे। गले पर भी निशान है, जिससे लगता है कि गला दबाया गया। बेटी ने बताया कि आरोपी अपने भाई और दोस्त समेत चार लोग के साथ घर आया था। मां ने उन्हें दिवाली की मिठाई खिलाई। इसके वाद युवक ने उसे दूध लेने भेज दिया। साथ गए आरोपी के दोस्त, भाई, एक अन्य युवक दुकान बंद होने पर वापस आ गए थे और फिर चले गए। वह घर लौटी तो कमरे का दरवाजा बंद था। दरवाजा खटखटाने पर अंदर से आरोपी बोला कि तुम्हारी मां सो रही है। तबीयत ठीक नहीं है। 10 मिनट रुक जाओ। काफी देर बाद उसने दरवाजा खोला और मौके से भाग गया।
पुलिस कहानी पर उठ रहे सवाल
पुलिस का कहना है कि महिला की हालत शराब पीने से बिगड़ी। लेकिन, हॉस्टल मालिक के अनुसार ढाई साल से महिला हॉस्टल में रह रही थी। वह अक्सर उससे मिलते थे पर कभी उसे नशे में नहीं पाया। मृतका के बच्चों और हॉस्टल के लोगों ने महिला शराब पीने की बात से इन्कार किया है।
कोई महिला कितनी भी बीमार हो, लेकिन गैर मर्द के सामने कपड़े कैसे उतार सकती है?
अंदर से बंद कमरे में टिफिन लाने व ले जाने वाला युवक क्या कर रहा था?
महिला के साथ रहे युवक ने अगर कुछ गलत नहीं किया तो वह भागा क्यों?
महिला की तबीयत बिगड़ने पर युवक उसे अस्पताल लेकर क्यों नहीं गया?
बेटी और फार्मासिस्ट के दरवाजा खटखटाने पर उसने खोलने पर देर क्यों की?