यूपी: सोने के दाम में होगी रिकॉर्डतोड़ कमी… इतने हजार कम में मिलेगा 10 ग्राम

नौ फीसदी उत्पाद शुल्क एवं सेस कम किए जाने को सराफा कारोबारी बड़ी राहत वाला कदम मान रहे हैं। कारोबारियों का अनुमान है कि इससे सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम औसतन 3000 रुपये तक घट सकती है। इससे तस्करी पर भी अंकुश लगेगा। 

सराफा बाजार में सोने की बिक्री तीन गुना तक बढ़ जाएगी। अभी 10 बड़े बुलियन कारोबारी रोजाना 50 किलो सोना खुदरा कारोबारियों एवं कारीगरों को बेचते हैं, जो बढ़कर 150 किलो तक हो जाने का अनुमान है।

लखनऊ महानगर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष कुमार वर्मा और चौक के कारोबारी उमेश पाटिल का मानना है कि सोना-चांदी सस्ता होने से गहने भी सस्ते होंगे। बुलियन कारोबारी बैंक से सोना खरीदेंगे तो उसे टैक्स लेकर ही बेचेंगे, जिससे सरकार का भी राजस्व बढ़ेगा। 

सराफा बाजारों में तस्करों की आवक भी कम होगी। उधर, चौक के बुलियन कारोबारी लोकेश अग्रवाल ने बताया कि सोना-चांदी से उत्पाद शुल्क व सेस कम होने के कारण उसके रेट की गणना सही तरीके से नहीं होने के कारण मंगलवार को ठोस सोने एवं चांदी की खरीद फरोख्त ठप रही। 

लखनऊ सराफा एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि सोना-चांदी सस्ता होने के कारण गहनों के खरीदार आए। कारोबारियों ने कहा कि उत्पाद शुल्क एवं सेस को घटाकर डूबती सराफा इंडस्ट्री को बचा लिया गया।

एक फैसले से सोने की तस्करी का कोढ़ होगा खत्म
दस साल से सोने में आयात शुल्क घटाने की मांग कर रहे सराफा बाजार के लिए मंगलवार का दिन मंगलकारी साबित हुआ। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही सोने से आयात शुल्क व कृषि सेस 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी करने की घोषणा की, तो सराफा बाजार को भी एकबारगी यकीन नहीं हुआ। कस्टम ड्यूटी में नौ फीसदी की कमी होते ही कस्टम विभाग ने भी राहत की सांस ली, क्योंकि यूपी में सोने की बढ़ती तस्करी चुनौती बन गई थी। इस एक फैसले से सोने की तस्करी पर करीब-करीब लगाम लग जाएगी, क्योंकि मुनाफा 10 फीसदी से घटकर 1-2 फीसदी बचेगा।

अभी तक सोने पर 10 फीसदी कस्टम ड्यूटी और 5 फीसदी कृषि सेस था। इस बजट में सोने पर कस्टम ड्यूटी से 5 फीसदी खत्म कर दी गई। वहीं कृषि सेस 5 फीसदी से कवल 1 फीसदी कर दिया। यानी सोने पर कस्टम शुल्क 15 फीसदी से घटकर 6 फीसदी रह गया। बेतहाशा शुल्क की वजह से यूपी में सोना तस्करों की जड़ें तेजी से फैल रहीं थीं।

इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कस्टम ने वर्ष 2022-23 में 20 किलोग्राम तस्करी का सोना पकड़ा था जो 23-24 में बढ़कर 140 किलोग्राम हो गया। लखनऊ व बनारस एयरपोर्ट से सबसे ज्यादा सोना पकड़ा जा रहा है। ये सोना दुबई के रूट से पहुंच रहा है। वहीं सड़क मार्ग से नेपाल, नाॅर्थईस्ट से म्यांमार और बांग्लादेश को भी सेफ पैसेज माना जाता है।

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