यूपी: जेठ धर्मेंद्र यादव के खिलाफ आज रोड शो करेंगी अपर्णा यादव
सपा सुप्रीमो रहे मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव बृहस्पतिवार को आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में रोड शो करेंगी। वह सपा प्रत्याशी और रिश्ते में जेठ लगने वाले धर्मेंद्र यादव के खिलाफ चुनाव प्रचार करने आ रही हैं। रोड शो में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी रहेंगे। फिल्म स्टार सुनील शेट्टी भी आ सकते हैं।
यादव वोट बैंक में मजबूत पैठ बनाने के लिए भाजपा और सपा ने जोर लगाया है। सपा का पूरा कुनबा आजमगढ़ में डेरा डाले हुए है। अब भाजपा ने भी दिग्गजों को चुनाव प्रचार में उतार दिया है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अपर्णा यादव और मोहन यादव के जरिये यादव मतदाओं को साधने की तैयारी है। यह पहला मौका होगा, जब अपर्णा अपने परिवार के किसी सदस्य के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष आजमगढ़ श्रीकृष्ण पाल ने बताया कि बृहस्पतिवार को नरौली से निकलकर रोड शो चौक के रास्ते हाफिजपुर चौराहे पर जाकर समाप्त होगा। सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ के प्रतिनिधि संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि रोड शो में मशहूर सिने तारिका अक्षरा सिंह, मनोज टाइगर के साथ ही बालीवुड के एक्शन स्टार सुनील शेट्टी के भी शामिल होने की उम्मीद है।
सपा की जनसभा में दूसरे दिन भी हंगामा, कार्यकर्ताओं ने फाड़े पर्दे
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की जनसभा में बुधवार को एक बार फिर कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। इससे कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ मच गई। कार्यकर्ताओं ने वहां लगे पर्दों को फाड़ दिया। पुलिस ने लाठी भांजकर खदेड़ना चाहा तो पत्थर भी फेंके। किसी तरह से मामला शांत हुआ। आजमगढ़ लोकसभा सीट प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के पक्ष में प्रचार करने के लिए बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव गोपालपुर और सदर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। सबसे पहले वह गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र के बिलरियागंज स्थित बघैला ताल में जनसभा को संबोधित किया।
जहां कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग को तोड़कर मंच की तरफ बढ़ने का प्रयास किया। इससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस ने किसी तरह से मामले को संभाला। इसके बाद अखिलेश सदर विधानसभा क्षेत्र के भदुली में जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे। यहां भी कार्यकर्ताओं के कारण भगदड़ की स्थिति बनी। कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर लगे पर्दों को फाड़ दिया। तब पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजीं। इसके बाद कार्यकर्ता वहां से भाग गए और पुलिस पर पत्थर चलाए। अखिलेश ने मंच से ही कार्यकर्ताओं को शांत कराया।