यूपी: शारदीय नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर मां के जयकारे से गूंजा विंध्यधाम

नवरात्र की सप्तमी तिथि पर देश के कोने कोने से आए भक्तों  ने  देवी दरबार में मत्था टेका गंगा स्नान कर घंटों कतार में खड़े होने के बाद देवी धाम पहुंचे श्रद्धालु माता के दिव्य स्वरूप का दर्शन पाकर निहाल हो उठे।

क्या छोटे और क्या बड़े सभी जगत जननी मां विंध्यवासिनी की भक्ति में तल्लीन नजर आए। घंटा घड़ियाल शंख के साथ बजते नगाड़े की धुन के बीच पहाड़ा वाली के जयघोष से संपूर्ण मंदिर परिसर गुंजायमान हो रहा था।

मंदिर की छत पर जगह जगह आसन बिछा कर बैठे साधकों का पूजन अनुष्ठान नवरात्र की सप्तमी तिथि पर भी अनवरत जारी रहा। साथ ही अष्टभुजा पहाड़ पर भी बस दूरदराज से आए बड़ी संख्या में संत महात्मा और साधक विविध प्रकार के मंत्रों बीच आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी के पूजन अनुष्ठान में पूरी तन्मयता से तल्लीन नजर आए।

त्रिकोण परिक्रमा पथ पर विराजमान महाकाली और मां अष्टभुजी के दरबार में भी सुबह से शाम तक दर्शन पूजन का सिलसिला अनवरत चलता रहा। गुड़हल, कमल और गुलाब के पुष्पों से किया गया।

देवी मां का भव्य श्रृंगार का दर्शन पाकर श्रद्धालु विभोर हो उठे वर्तमान समय में दूरदराज से आए श्रद्धालुओं की सुख सुविधा के दृष्टिगत विंध्याचल धाम क्षेत्र में प्रशासनिक तौर पर प्रशासनिक तौर पर बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई गई है।

विंध्याचल के गंगा घाटों पर स्नान ध्यान करने के लिए भक्तों का रेला लगा रहा। वही मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने के उपरांत श्रद्धालु अपने अपने परिवार के साथ विंध्य की गलियों में भ्रमण कर सजी दुकानों से अपने जरूरत की वस्तुओं की खरीदारी की देवी मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन , जिला प्रशासन व श्री विन्ध्य पंडा समाज की तरफ से चाक चौबंद इंतेजाम कराए गए थे।

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