यूपी: आशिक के पिता संग पति ने की थी पत्नी-बेटी की हत्या, जानें पूरा मामला
प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि जांच के बाद मनोज लोधी को सातमील तिराहे से शुक्रवार रात गिरफ्तार किया। पूछताछ में मनोज ने कबूला कि उसने किशन के साथ योजना के तहत 22 नवंबर की रात करीब 12 बजे सोते समय सरोज और प्रतिभा की कपड़े से मुंह दबाकर हत्या कर दी।
फतेहपुर जिले के हुसैनगंज कोतवाली क्षेत्र में अवैध संबंधों के चलते दो साल पूर्व पत्नी और बेटी हत्या कर शव गायब किए जाने का पुलिस ने खुलासा किया है। हत्यारोपी पति को पुलिस ने जेल भेजा है। हत्याकांड में शामिल होने वालों में तीन नए नाम प्रकाश में आए है।
इसमें महिला के आशिक का पिता व दो सहयोगी शामिल हैं। पति अपनी पत्नी के अवैध संबंध से परेशान हो चुका था। वहीं, महिला के आशिक युवक का पिता बेटे की हरकतों से तंग आ गया था। दोनों ने साजिश के तहत हत्याकांड को अंजाम दिया।
हुसैनगंज पुलिस ने हाजीपुर गंग निवासी भाईचंद्र सोनकर की जरिए कोर्ट हुई शिकायत के आदेश पर 29 अक्तूबर को उसकी बेटी सरोज व तीन साल की नातिन प्रतिभा की हत्या नवंबर 2021 में हत्या कर शव गायब करने का मुकदमा दर्ज किया था।
जेल से छूटने के बाद सरोज के बालिग होने पर शादी कर ली
मुकदमा गांव के सरोज के पति मनोज लोधी व ससुर राजेंद्र, चचेरे ससुर भोंदू पर दर्ज हुआ। भाईचंद्र का आरोप है कि सरोज देवी के नाबालिग होने के समय 2015 में मनोज लोधी ले गया था। जेल से छूटने के बाद सरोज के बालिग होने पर शादी कर ली थी। मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
मनोज के काफी समझाने पर सरोज नहीं मानी
2017 में बेटी प्रतिभा पैदा हुई थी। शादी के बाद मनोज नौकरी के लिए पंजाब चला गया था। इधर, सरोज का अवैध संबंध गांव के अभिमन्यु लोधी से हो गया। मनोज के काफी समझाने पर सरोज नहीं मानी। सरोज के पिता का आरोप रहा कि इसी वजह से मनोज,राजेंद्र लोधी, भोंदू ने मिलकर 22 नवंबर 2021 की रात बेटी और नातिन की हत्या कर शवों को गायब कर दिया।
मुंह दबाकर कर दी थी हत्या
प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि जांच के बाद मनोज लोधी को सातमील तिराहे से शुक्रवार रात गिरफ्तार किया। पूछताछ में मनोज ने कबूला कि उसने किशन के साथ योजना के तहत 22 नवंबर की रात करीब 12 बजे सोते समय सरोज और प्रतिभा की कपड़े से मुंह दबाकर हत्या कर दी। उसके परिवार परमजीत उर्फ लूट्टू और चंद्रपाल रात को गंगा किनारे नाव लेकर मौजूद थे।
नदी में नाव डूबाकर दूसरी नाव से लौट गए
वह रामभरोसे की नाव खोलकर लाए थे। शवों को नाव में रखकर तली पर कुल्हाड़ी से छेद किया। बीच धारा में नाव डूबाकर दूसरी नाव से लौट गए। पुलिस ने मनोज के घर से हत्या में प्रयुक्त मुंह दबाने का कपड़ा, मृत मां-बेटी की सोने वाली चारपाई बरामद की। पुलिस की धरपकड़ की सूचना पर हत्यारोपी किशन, परमजीत, चंद्रपाल भाग निकले हैं। विवेचना में आरोपी के पिता और चाचा को क्लीन चिट दी गई है।
दुष्कर्म के मुकदमे में कुर्की नोटिस हुई थी जारी
कोर्ट में 2015 से मनोज लोधी पर पत्नी को नाबालिग होने के दौरान अपहरण कर दुष्कर्म का मामला विचाराधीन है। अब पत्नी और बेटी की हत्या का मुकदमा भी चलेगा। मनोज लोधी 2021 में पत्नी व बेटी की हत्या के बाद गांव छोड़कर भाग निकला था। कोर्ट ने धारा 82 के तहत अपहरण व दुष्कर्म के मामले में संपत्ति कुर्क की नोटिस जारी की थी।
बेटी, नातिन की हत्या की फैली खबर से हुआ था बैचेन
मुकदमा वादी पिता ने बताया कि बेटी के मनोज के साथ चले जाने के बाद कोई रिश्ता नहीं रखा था। दूसरी जाति में शादी से वह संतुष्ट नहीं था। जब बेटी और नातिन गायब हुई उस समय वह पत्नी का ऑपरेशन कराने के लिए शहर में था। गांव लौटने पर मनोज और उसका परिवार गायब था। घर में ताला लगा था।
आठ माह पहले कोर्ट की शरण ली
गांववालों में बेटी और नातिन की हत्या किए जाने की खबर फैली थी। वह बैचेन हो गया। उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने नदी में तलाश कराई। शव नहीं मिलने पर सोचा कि बेटी परिवार के साथ कहीं दूर चली गई होगी। एक साल बीतने के बाद भी बेटी की कोई खबर नहीं लगी। तभी उसने आठ माह पहले कोर्ट की शरण ली।