
यूपी में शुक्रवार को 18 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों को निश्शुल्क सतर्कता (प्रीकाशन) डोज लगाने का आखिरी दिन है। आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर 15 जुलाई से 30 सितंबर तक 75 दिवसीय अमृत डोज अभियान चलाकर मुफ्त सतर्कता डोज लगाने की व्यवस्था की गई थी।
कोरोना की मुफ्त सतर्कता डोज के लिए खर्च करने पड़ सकते हैं रुपये
- अब आगे मुफ्त में टीका लगेगा या नहीं, इसे लेकर अभी स्थिति पूरी तरह साफ नहीं है। केंद्र सरकार से आगे मुफ्त टीके मिलने पर ही इसे निश्शुल्क लगाया जा सकेगा, नहीं तो वयस्कों को 375 रुपये खर्च कर वैक्सीन लगवानी पड़ सकती है।
- प्रदेश में 15 जुलाई को जब अमृत डोज अभियान शुरू किया गया तो उस समय घोषणा की गई कि 30 सितंबर तक 12 करोड़ वयस्क सतर्कता डोज लगवाने के पात्र होंगे और वो सभी वैक्सीन जरूर लगवाएं।
- प्रत्येक रविवार को टीकाकरण महाभियान चलाया गया और लोगों को अधिक से अधिक वैक्सीन लगवाने के लिए आमंत्रित किया गया, मगर लोगों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर चलाए जा रहे सेवा पखवाड़े के तहत गुरुवार को सतर्कता डोज लगवाने को महाभियान चलाया गया।
- इस महाभियान में 23 लाख वयस्कों ने वैक्सीन लगाई गई। अब तक कुल 4.30 करोड़ वयस्कों ने अब तक सतर्कता डोज लगवाई है।
- फिलहाल अब यूपी की निगाहें केंद्र सरकार पर टिकी हुई हैं, अगर उसने आगे ज्यादा मुफ्त वैक्सीन दी तो भविष्य में सतर्कता डोज भी फ्री में लगाई जाएगी।
- अभी तक केंद्र की ओर से कोई दिशा-निर्देश नहीं आए हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) , उप्र के महाप्रबंधक (टीकाकरण) डा. मनोज शुक्ल के मुताबिक गुरुवार को चलाए गए महाभियान में प्रदेश में कुल 13343 टीकाकरण केंद्र बनाए गए थे।
कोरोना टीकाकरण में यूपी रहा अव्वल
प्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में यूपी ने 38.02 करोड़ टीके लगाकर रिकार्ड बनाया है। देश में सबसे ज्यादा टीके यूपी में लगाए गए हैं। यहां 17.67 करोड़ लोगों ने टीके की पहली और 16.81 करोड़ लोगों ने टीके की दूसरी डोज लगवाई है। वहीं 18 वर्ष से अधिक उम्र के 3.53 करोड़ वयस्कों ने वैक्सीन की सतर्कता (प्रीकाशन) डोज लगवाई है