UP में स्वाइन फ्लू का कहर, अब तक 9 लोगों की मौत, 14 जवान भर्ती…

जिले में स्वाइन फ्लू का तेवर डराने लगा है। गुरुवार रात करीब दस बजे पीएसी छठीं बटालियन के 14 जवानों को स्वाइन फ्लू का अंदेशा देखते हुए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। देर रात सीएमएस और प्राचार्य समेत मेडिकल स्टाफ ने वार्ड में पहुंचकर जानकारी ली। पूर्व में इलाजरत स्वाइन फ्लू पीड़ित तीन मरीजों ने गुरुवार को दम तोड़ दिया। मेरठ में स्वाइन फ्लू से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है।

मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में रात में भर्ती कराए गए सभी जवान बुखार, खांसी एवं जुकाम से ग्रस्त थे। इमरजेंसी स्टाफ ने बताया कि पीएसी छठीं बटालियन में दो जवानों में गुरुवार को एच1एन1 पॉजीटिव पाया गया था। इनके साथ ट्रेनिंग करने वाले अन्य दर्जनभर साथियों में भी लक्षण उभरने लगे। अन्य में भी लंबे समय से फ्लू के लक्षण हैं। उन्हें पीएसी के वाहन से एकसाथ मेडिकल कॉलेज लाया गया और आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।

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संदिग्ध मरीजों को मेडीसिन विभाग के डॉ. अरविंद, डॉ. श्वेता शर्मा ने देखा। सीएमएस डॉ. धीरज राज ने बताया कि मरीजों के ब्लड प्रेशर, सांस, बुखार एवं अन्य मानकों की लगातार जांच की जा रही है। सभी जवानों के सैंपल सुबह जांच के लिए मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में भेजे जाएंगे।

मानको पर मेरठ के अस्‍पताल फेल

जनपद के अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के इलाज में घातक लापरवाही बरती गई। एच1एन1 से संक्रमित मरीजों को आइसीयू में भर्ती करने से अन्य मरीजों में भी वायरस पहुंच गया। मेरठ-सहारनपुर की संयुक्त टीम ने मेरठ के आधा दर्जन अस्पतालों की पड़ताल की, जिसमें न आइसोलेशन वार्ड मिला, और न ही एन-95 मास्क। सीएमओ डा. राजकुमार ने इसे अस्पतालों की घोर लापरवाही बता नोटिस जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि कई मरीजों की मौत मल्टीआर्गन फेल्योर से हुई, जबकि बगल के बेड पर भर्ती रहने की वजह से जांच रिपोर्ट में एच1एन1 वायरस मिला। सीएमओ ने गुरुवार को कार्यालय पर प्रेस वार्ता में बताया कि बुधवार को आधा दर्जन अस्पतालों में पड़ताल की गई। जहां एन-95 मास्क व पीपीईटी किट भी उपलब्ध नहीं थी।

अस्पतालों ने आइसीयू में स्वाइन फ्लू के मरीजों को भर्ती कर लिया, बगल के बेड पर भर्ती सांस, किडनी, चेस्ट, कैंसर, हार्ट, शुगर एवं अन्य बीमारियों के मरीजों की जान पर आफत आ गई। प्रतिरोधक क्षमता गिरने से कई रोगियों में स्वाइन फ्लू का संक्रमण मिला। गत दिनों मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में भर्ती 12 साल की एक बच्ची के आंत का दो बार आपरेशन हुआ था। वो मल्टीआर्गन फेल्योर की वजह से जान गंवा बैठी लेकिन मरने के बाद रिपोर्ट में एच1एन पाजिटिव आ गया।

निजी अस्पतालों व आइएमए के साथ मीटिंग आज

सीएमओ ने शुक्रवार को जसवंत राय सुपरस्पेशियलिटी, लोकप्रिय अस्पताल, होप हास्पिटल, अपोलो, चौरसिया नर्सिग होम, न्यूटीमा अस्पताल, युग अस्पताल, शिव शक्ति नर्सिग होम, आनंद अस्पताल, केएमसी अस्पताल समेत कई अन्य को वार्ता के लिए बुलाया है। सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड सुनिश्चित कराने की व्यवस्था की जाएगी। 

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