UP के इन स्टूडेंट को मिला 49-49 लाख का सैलरी पैकेज

वैश्विक मंदी और देश में जीडीपी के गिरते ग्राफ का असर अब देश के नामी गिरामी तकनीकी संस्थान एमएनएनआईटी पर भी दिखने लगा है। रोजगार के कम होते अवसर की मार इस संस्थान पर भी पड़ रही है जहां कैंपस छोड़ने के पहले छात्रों के हाथों में एक नहीं दो-दो, तीन-तीन नौकरियां होती थीं। एमएनएनआईटी के शैक्षिक सत्र 2019-20 में सातवें सेमेस्टर के बीटेक छात्रों के प्लेसमेंट की रफ्तार कम है।
संस्थान में अब तक देश-विदेश की 80 से अधिक कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आ चुकी हैं। इनमें अब तक 53.3 फीसदी छात्रों को ही नौकरी मिली है। बीटेक सातवें सेमेस्टर की परीक्षा दे चुके 778 छात्र-छात्राओं ने प्लेसमेंट में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इनमें से अब तक 411 विद्यार्थियों का ही विभिन्न कंपनियों में चयन हुआ है। मौजूदा सत्र में चल रहे प्लेसमेंट में आईटी के एक छात्र और इलेक्ट्रिकल के एक छात्र और एक छात्रा को 49-49 लाख रुपये वार्षिक पैकेज पर बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी मिली है।
संस्थान में गूगल, माइक्रोसाफ्ट, अमेजॉन, उबर जैसी कंपनियां जुलाई से अब तक प्लेसमेंट के लिए आ चुकी हैं। संस्थान के जिम्मेदार अधिकारियों का दावा है कि यहां के तबरीबन 90 फीसदी से अधिक छात्रों का प्लेसमेंट हो जाएगा। शैक्षिक सत्र 2018-19 में 92.42 फीसदी छात्रों को विभिन्न कंपनियों में नौकरी मिली है। इसमें दो छात्रों को 36-36 लाख रुपये वार्षिक पैकेज पर विदेशी कंपनी में नौकरी मिल चुकी है। पिछले सत्र में संस्थान के छात्रों का औसत वार्षिक पैकेज 10 लाख रुपये का रहा है।
अब होगा ऑटोमोबाइल कंपनियों का जमावड़ा
संस्थान में अभी तक ऑटोमोबाइल और एयरकंडीशनर बनाने वाली कंपनियां प्लेसमेंट के लिए नहीं आई हैं। इंचार्ज ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डिपार्टमेंट प्रो. राकेश नारायण ने बताया कि जनवरी महीने से मारुति, टाटा मोर्ट्स, अशोका जैसी ऑटोमोबाइल और एयरकंडीशन कंपनियां प्लेसमेंट के लिए संस्थान में आ रही हैं।