उज्जैन: ईद उल अजहा पर अल्लाह की इबादत में झुके हजारों सिर, अमन चैन की मांगी दुआ

कुर्बानी का त्योहार ईद उल अजहा आज सोमवार को मनाया जा रहा है। इंदिरा नगर स्थित ईदगाह पर मुस्लिम समाज ने सुबह ईद उल अजहा की नमाज अदा कर देश और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी। नमाज के बाद एडीशनल एसपी ने भी ईदगाह पहुंचकर शहर काजी सहित मुस्लिम समाजजनों को बकरीद की शुभकामनाएं दी। ईद उल अजहा पर्व पर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में उत्साह देखा गया। पूरे शहर में बकरीद के पर्व पर मुस्लिम समाज बड़े धूमधाम से एक दूसरे को बधाई देते नजर आए। इसी तरह आज मुस्लिमजनों ने शहर की अन्य मस्जिदों में पहुंच नमाज अदा की। 

उज्जैन शहर काजी खलिकुर्रह्मान और अन्य समाजजनों ने ईद पर्व पर एक दूसरे को शुभकामनाएं दी। सभी मस्जिदों में भी सुबह ही ईद की नमाज अदा की गई। ईद की विशेष नमाज अदा करने के बाद हलाल जानवरों की परंपरागत कुर्बानियां शुरू हुई, जो 3 दिनों तक चलेगी। वहीं, गरीबों को सदका खैरात बांटी गई। बता दें कि यह त्योहार मनाने का कारण यही कि अब से 4 हजार साल पहले हजरत इब्राहीम ने अल्लाह पाक का हुक्म पूरा करने के लिए अपने बेटे इस्माईल की कुर्बानी की थी। लेकिन, उनकी जगह अल्लाह की कुदरत ने एक भेड़ को कुर्बान करवा दिया था, तभी से इस पर्व की शुरूआत हुई। 

सुबह अदा की नमाज
उज्जैन के इंदिरा नगर स्थित ईदगाह पर ईद की नमाज शहर काजी खलीकुर रहमान ने अदा करवाई। मुस्लिम समुदाय ने नमाज के दौरान देश-प्रदेश और शहर में अमन चैन के लिए दुआ मांगी। सोमवार को शहर की अन्य मस्जिदों में भी नमाज के लिए समय निर्धारित किया गया था। तय समय अनुसार आज सुबह जामा मस्जिद 8:15, शाही मस्जिद 8:00, फतेह मस्जिद 7:55, मस्जिद सारवान 8:15, मस्जिद नूर-ए-इस्माईल 8:15, बड़ी मस्जिद फ्रीगंज 8:30, मस्जिद उमर दमदमा 8:15, मस्जिद मेगजीन शाह बाबा फ्रीगंज 8:45, मस्जिद पाण्ड्याखेड़ी 8:15, मस्जिद गोसिया जानसापुरा 8:00, मस्जिद मिर्जावाड़ी 8:00, मस्जिद शिकारी गली 8:15, मस्जिद कोट मोहल्ला 8:00, मस्जिद हम्मालवाडी 8:15, मस्जिद भेरूगढ़ 8:00, मस्जिद विक्रम नगर 8:30 बजे ईद की नमाज अदा की गई। इंदिरा नगर स्थित ईदगाह पर मुस्लिम समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए और ईद की नमाज अदा कर एक दूसरे को गले लगाकर बधाई दी।  

मुल्क में रहने वाला हर व्यक्ति देश का वफादार- शहरकाजी
नमाज के बाद शहरकाजी खलिकुर्रह्मान ने मीडिया से चर्चा करते हुए सबसे पहले सभी को ईद उल अजहा की बधाई दी और कहा कि कुर्बानी को लोग गलत मानते हैं। कुर्बानी देने वाले लोगों ने भी कोरोना जैसे संकट के समय सभी की मदद की थी। कुर्बानी तभी होगी जब आप पूरे दिल से इसे करोगे। मुल्क में रहने वाला हर व्यक्ति देश का वफादार है। मुल्क पर दूसरे देश के लोग कभी उंगली न उठा सके ऐसी दुआ हमने अल्लाह से की है।

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