उज्जैन: महाकाल नगरी में कुछ ऐसे मनी मकर संक्रांति, मां गढ़कालिका का पतंग से श्रृंगार
धार्मिक नगरी उज्जैन में मकर संक्रांति पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान शहर के प्रसिद्ध गढ़कालिका माता मंदिर पर जहां माता का पतंग से भव्य श्रृंगार व पूजन अर्चन किया गया, वहीं गाय को गुड़ खिलाने के साथ ही 151 ब्राह्मण बटुकों द्वारा विशेष पूजन अर्चन किया गया।
मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर उज्जैन के प्रसिद्ध गढ़कालिका मंदिर में पतंगों से श्रृंगार किया गया तथा देवी को तिल के लड्डुओं का महाभोग लगाया गया। मंदिर की शासकीय पुजारी महंत करिश्मा नाथ ने जानकारी देते हुए बताया कि मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर माँ गढ़कालिका के दरबार में भी उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर गर्भगृह के अंदर व बाहर रंग बिरंगी पतंगों से श्रृंगार किया गया तथा मां गढ़कालिका को तिल के लड्डुओं का महाभोग लगाया गया। आरती, पूजन करने के पश्चात श्रद्धालुओं में तिल के पकवानों का प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर में उमड़े।
भर्तृहरि गुफा में 151 बटुकों ने किया अभिषेक, पूजन
संक्रांति पर्व के अवसर पर उज्जैन की प्रसिद्ध भर्तृहरि गुफा में परंपरा अनुसार गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी व तिल के पकवानों का भोग लगाया गया। इसके पूर्व गुफा के योगी पीर महंत रामनाथ महाराज के सानिध्य में 151 बटुकों ने गुरु की प्रतिमा का अभिषेक, पूजन किया। महंत रामनाथ महाराज ने बताया कि मकर संक्रांति पर्व पर गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी का भोग लगाने के परंपरा है। देश भर के नाथ संप्रदाय के जितने भी स्थान है, वहां आज के दिन खिचड़ी व तिल के पकवानों का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में वितरण किया जाता है तथा धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। उज्जैन में भी गुफा पर स्थित मुख्य स्थान पर गुरु गोरक्षनाथ जी का अभिषेक, पूजन कर भोग लगाकर आरती, पूजा की गई। इस अवसर पर गुफा के साधु, संत भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। भक्तों को तिल का प्रसाद वितरित किया गया।
गौशालाओं में गायों को गुड़ का भोग लगाया
मकर संक्रांति के अवसर पर समाजसेवी संस्था श्री बच्छ 208 के तत्वावधान में अंगारेश्वर महादेव गौशाला, शीतला माता गौशाला, कपिल गौशाला में लगभग 1500 गौ माता को गुड़ का भोग लगाया गया। इसके अलावा जनवरी माह में संस्था के जिन सदस्यों का जन्मदिवस है, उनका स्वागत सम्मान श्री तुलसा जी का पौधा भेंट करके किया गया। मुख्य अतिथि राहुल दरबार विशेष अतिथि लव ठाकुर ईश्वरसिंह सहित संस्था के सदस्य शेरू बना, दिगपाल सिंह पंवार (दिग्गी बना), कुलदीप बना भैरवगढ़, भोपाल सिंह, जितेंद्र सिंह भाटी, यशवंत दादा, भगवान सिंह गरासिया, निलेश गुप्ता, सम्राट बना, उमेश राणा, के पी बना, हर्षवर्धन बना, युवराज बना, श्रीचंद जाट, लोकेंद्र बना पलसोड़ा, धर्मेंद्र बना, विक्की ठाकुर, हेमंत डाबी, निलेश बना आदि मौजूद रहे।
श्री योगी बाबा बमबम नाथ सेवा समिति ने चादर यात्रा निकाली
गढ़कालिका स्थित दादा गुरु श्री मत्स्येंद्रनाथ समाधि पर मकर संक्रांति पर्व पर बड़ी धूमधाम से मनाया गया और चादर यात्रा निकल गई। मंदिर पर तीन दिवसीय का कार्यक्रम का आयोजन श्री योगी बाबा बमबम नाथ सेवा समिति द्वारा किया जा रहा है। धर्मेंद्र जोशी एवं ज्ञाननाथ गब्बर बाबा ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम की शुरूआत के पहले दिन महायज्ञ से की गई। यहां महायज्ञ देश के सुख संबंधी एवं सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए किया गया। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर मंदिर पर आकर्षित रूप से सजावट की गई। महाकाल मंदिर से चादर यात्रा निकली गई। यात्रा महाकाल मंदिर से शुरू हुई जो पिपलीनाका चौराहा होती हुई दादा गुरु श्री मत्स्येंद्रनाथ समाधि पर पहुंची। जहां पर दादा गुरु को चादर चढ़ाई गई और महाआरती की गई।
इस दौरान बड़ी संख्या में साधु संत एवं श्रद्धालु उपस्थित थे। यात्रा का सामाजिक संगठन द्वारा जगह-जगह मंच लगाकर स्वागत किया गया। यात्रा में आगे-आगे घोड़े चल रहे थे और सभी युवा हिंदू राष्ट्र बनाने का संदेश दे रहे थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पीर योगी रामनाथ जी महाराज उपस्थित हुए। लगातार 18 सालों से या कार्यक्रम मंदिर पर किया जा रहा है। सुबह से ही मंदिर पर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा। मंदिर पर आए सभी श्रद्धालुओं ने प्रसादी का लाभ लिया। मंदिर पर 2 दिन तक भंडारे का आयोजन चलता रहेगा 16 जनवरी को कार्यक्रम का समापन होगा। इस मौके पर विशेष रूप से योगी महावीर नाथ जी महाराज, श्री मत्स्येंद्रनाथ समाधि, शासकीय पुजारी अनुराग शुक्ला, शुभम गुरु, अचल नाथ, निकी टॉक, महेश सक्सेना मंत्री, रोहित राव नीलेश बैरागी विनोद मराठा आदि भक्तगण मौजूद थे।
बच्चों के बीच हुई गिल्ली डंडा प्रतियोगिता
मकर संक्रांति के महापर्व पर संस्था सर्वसहाय वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा रेतीघाट सेवा बस्ती पर छोटे-छोटे मासूम बच्चों के साथ पतंग उत्सव मनाया गया। संस्था अध्यक्ष सुनील बारोड़ ने बताया कि बच्चों को हमारे धर्म व हमारी संस्कृति के बारे में बताया गया बच्चों की गिल्ली डंडा प्रतियोगिता रखी गई। प्रतियोगिता में विजेता बच्चों को पुरस्कृत कर गुड़ तिल की मिठाई व डोर पतंग गिफ्ट किए व बच्चों को चाइना डोर से पतंग न उड़ाने की समझाइश दी गई।