उज्जैन: खिचड़ा खाने के बाद एक ही परिवार के चार लोगों को फूड पॉइजनिंग

चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र स्थित फाजलपुरा में रहने वाले परिवार के चार लोगों को फूड पॉइजनिंग का शिकार होने के बाद शुक्रवार रात जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अस्पताल में उपचार के बाद उनकी हालत स्थिर हुई, इसके बाद सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया।

चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र स्थित फाजलपुरा में रहने वाले परिवार के चार लोगों को फूड पॉइजनिंग का शिकार होने के बाद शुक्रवार रात जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अस्पताल में उपचार के बाद उनकी हालत स्थिर हुई, इसके बाद सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया। बताया जा रहा है कि उन्होंने बाजार से खिचड़ा लाकर खाया था।

पुलिस ने बताया फाजलपुरा निवासी साबिर, शबनम, आलिया और लइक को खिचड़ा खाने के बाद उल्टियां होने लगी। इस पर पड़ोसी उन्हें जिला अस्पताल लेकर आए। चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद बताया कि सभी को फूड पॉइजनिंग हुई है। अस्पताल में सभी का उपचार शुरू किया गया। देर रात हालत में सुधार होने पर सभी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि बासी रोटी के पोहे और बाजार से खिचड़ा लाकर खाया था। इसी के बाद उनकी हालत बिगड़ी। सुबह पुलिस उनके बयान लेने पहुंची तो एक भी व्यक्ति अस्पताल में नहीं मिला।

खाना मांगने पर बेटे-बहू ने वृद्ध पिता से की मारपीट
माधव नगर थाना क्षेत्र स्थित देसाई नगर में रहने वाले 71 वर्षीय बुजुर्ग से उसी की बहू और बेटे ने मारपीट कर दी। बुजुर्ग की शिकायत पर पुलिस ने बेटे बहू के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि 71 वर्षीय बुजुर्ग रमेशचंद्र पिता गणपत सिंह ने अपने बेटे बहू के खिलाफ मारपीट की शिकायत की है। रमेशचंद्र ने पुलिस को बताया कि पिछले दिनों की बात है। उसने अपने पौते से खाना मांगा तो उसने टालमटोल कर दिया था। इस पर वो गुस्सा हो गया था और अपने-बहू बेटे को डांटा था। इसी बात पर बेटे हेमंत और उसकी पत्नी नेहा ने मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने बुजुर्ग को खींचकर नीचे गिरा दिया और लात-घूंसो से मारपीट की। परिजन उसे पहले आगर अस्पताल ले गए जहां से चरक अस्पताल रेफर किया गया।

युवक ने सल्फास खाया, मौत
अज्ञात कारणों के चलते युवक ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया है। कचनारिया नलखेड़ा निवासी 25 वर्षीय बलराम पिता हुकूमसिंह सुबह खेत पर गया था। यहां दोपहर में वह उल्टियां करने लगा। आसपास के किसानों ने हालत बिगड़ती देख उसके परिजनों को सूचना दी। उसके भाई लाखन सिंह ने बताया कि उज्जैन लाते समय बलराम ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। भाई के मुताबिक बलराम की तीन वर्ष पहले शादी हुई थी। उसके बच्चे नहीं थे। उसने किन कारणों के चलते सल्फास खाकर आत्महत्या की इसकी जानकारी नहीं है।

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