उज्जैन: एकादशी पर भस्म रमाकर बाबा महाकाल ने दिए दर्शन
गुरुवार को बाबा महाकाल की भस्म आरती में उनका भांग से आलौकिक शृंगार किया गया, जिसे देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। आरती के दौरान “जय श्री महाकाल” की गूंज से वातावरण पवित्र हो उठा।
महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में शामिल है। यहां श्रद्धालु दूर-दूर से भगवान शिव की पूजा और दर्शनों के लिए आते हैं। मंदिर से संबंधित कई रहस्य हैं, जिसकी वजह से यह मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान महाकाल प्रतिदिन भस्म से शृंगार करते हैं ऐसी मान्यता है कि उनके दर्शनों से प्रत्येक श्रद्धालुओं का जीवन-मृत्यु का चक्र खत्म हो जाता है और वह अकाल मृत्यु के भय से भी मुक्त हो जाता है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार बाबा महाकाल की भस्म आरती के दौरान सुबह 4 बजे बाबा महाकाल का भांग से आलौकिक स्वरूप में शृ्ंगार किया गया। भस्म आरती मे चारों और जय श्री महाकाल की गूंज भी गुंजायमान हुई। जिसने भी इन दिव्य दर्शनों का लाभ लिया वह देखते ही रह गया।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि पौष माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि गुरुवार पर आज बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। उसके बाद सबसे पहले भगवान को गर्म जल से स्नान, पंचामृत अभिषेक करवाने के साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया। आज बाबा महाकाल का ॐ नमः शिवाय लिखे आभूषण से आलौकिक शृ्ंगार किया गया।
उसके बाद फिर पूजन अर्चन के बाद बाबा महाकाल को महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा भस्म रमाई गई। भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का ऐसा शृ्ंगार देख सभी अभिभूत हो गए। बाबा महाकाल के इस आलौकिक स्वरूप को सभी ने निहारा। श्रद्धालुओं ने इस दौरान बाबा महाकाल के निराकार से साकार होने के स्वरूप का दर्शन कर जय श्री महाकाल का उद्घोष भी किया।
मुंबई के दानदाता द्वारा बाबा श्री महाकालेश्वर को चवर भेंट किए
श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाराष्ट्र के मुंबई से दर्शन हेतु पधारें दानदाता गीतेश्री मालवीय द्वारा श्री महाकालेश्वर भगवान को रजत मंडित पूजन में उपयोग होने वाले चवर को भेट किया। कोठार प्रभारी मनीष पांचाल ने बताया कि 2 नग चवंर चांदी में मढ़े हुए चवंर का बाल सहित वजन 1879.600 ग्राम है। दानदाता द्वारा विधिवत पूजन के बाद चवंर श्री महाकालेश्वर भगवान को अर्पित किए गए। उसको मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक मूलचन्द जूनवाल द्वारा प्राप्त किया गया और दानदाता को समिति की कोठार शाखा द्वारा विधिवत रसीद प्रदान की गई। इस दौरान अनुराग चौबे आदि उपस्थित थे।
मन्दिर को भेंट किया उच्च गुणवत्ता का प्रिन्टर
भगवान श्री महाकाल की सेवा में भक्त गण अनेक अवसरों पर स्वर्ण-रजत, अन्न-दान,आभूषण आदि के साथ ही मन्दिर के उपयोग में आने वाली अनेक वस्तुएं, सामग्री आदि भी भेंट करते हैं। साथ ही मन्दिर के पुजारीगण, पुरोहित गण, आदि द्वारा भी श्रद्धालुओं को भेंट आदि हेतु प्रेरित किया जाता है। इसी क्रम में नई-दिल्ली से पधारे श्रद्धालु राजेन्द्र प्रसाद जी द्वारा उच्च गुणवत्ता का HP LASER, HFP 1188 NW, नेटवर्क रेडी, वायरलेस मल्टी फंक्शन प्रिन्टर मन्दिर को भेंट किया गया। सहा. प्रशासनिक अधिकारी आर. के. तिवारी ने दानदाता के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
बाबा के भक्त द्वारा रजत मुकुट दान दिया
श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्री महाकालेश्वर भगवान को महाराष्ट्र के सांगली से पधारे सम्पत राव माने द्वारा 1 नग चांदी का मुकुट भेट किया। जिसका वजन 1344.00 ग्राम है। पूजन पुरोहित सुभाष शर्मा द्वारा सम्पन्न करवाया गया। जिसे श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्राप्त पर दानदाता का सम्मान किया जाकर विधिवत रसीद प्रदान की गई। यह जानकारी मंदिर प्रबंध समिति की कोठार शाखा द्वारा दी गई।