दो लोगों में सपनों के जरिए हुई “बात”, साइंटिस्ट्स ने किया गजब दावा
क्या दो लोग सपने में आपस में बात कर सकते हैं. आपको शायद यह किसी फिल्म की कहानी सी काल्पनिक बात लगे, लेकिन हकीकत ये है कि ये असल जिंदगी में मुमकिन है. जी हां उन्होंने दो लोगों के लिए, सपने देखते समय, एक दूसरे से “बात करना” संभव बना दिया है. अमेरिका की स्टार्टअप REMspace कंपनी का कहना है कि इसके मानसिक स्वास्थ्य में मदद करना और नए कौशल सिखाने जैसे कई तरह के उपयोग हो सकते हैं. वैज्ञानिक अपनी सफलता से उत्साहित जरूर हैं. कंपनी का कहना है कि यह बड़ी इंडस्ट्री में बदल सकता है.
खास उपकरण और तकनीक का उपयोग
यह प्रयोग फिल्म ‘इनसेप्शन’ के एक सीन की तरह लगता है. यह स्टार्टअप नींद और स्पष्ट स्वप्न को बढ़ाने के लिए तकनीक डिज़ाइन करता है. ल्यूसिड ड्रीमिंग के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध व्यक्ति, रादुगा ने स्वप्न संचार प्राप्त करने के लिए एक प्रयोग किया. रादुगा को अपने सपनों को नियंत्रित करने के लिए अपने मस्तिष्क में एक माइक्रोचिप प्रत्यारोपित करने के प्रयास के लिए भी जाना जाता है. कंपनी ने खास तौर से डिज़ाइन किए गए उपकरण’ का उपयोग किया जिसमें एक ‘सर्वर’, एक ‘उपकरण’, ‘वाईफ़ाई’ और ‘सेंसर’ शामिल थे. लेकिन उन्होंने उपयोग की गई सटीक तकनीक का खुलासा नहीं किया.
कई जगह हो सकता है इसके उपयोग
REMspace ने कहा कि इस तकनीक की अभी तक वैज्ञानिकों ने समीक्षा या प्रतिकृति नहीं बनाई है. लेकिन अगर इसे मान्यता मिली, तो यह नींद के शोध के लिए एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगा. यह मानसिक स्वास्थ्य उपचार, कौशल प्रशिक्षण और बहुत कुछ के लिए अनुप्रयोग प्रदान कर सकता है. कंपनी ने दावा किया कि REMspace ने दो व्यक्तियों को स्पष्ट स्वप्न देखते हुए एक सरल संदेश का सफलतापूर्वक आदान-प्रदान करने की अनुमति देने के लिए ‘विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए उपकरण’ का उपयोग किया.
खास तरह के सपने की स्थिति में
स्पष्ट स्वप्न तब होता है जब कोई व्यक्ति सपने की अवस्था में रहते हुए भी जानता है कि वह सपना देख रहा है. यह उन्हें बिना किसी नियंत्रण की भावना के ‘सपनों की दुनिया’ के साथ बेतरतीब ढंग से बातचीत करने के बजाय अपने सपनों में स्व-निर्देशित क्रियाएं करने की अनुमति देता है. यह घटना REM नींद, या रैपिड आई मूवमेंट नींद के दौरान होती है, जब सपने आमतौर पर आते हैं.
दिमाग की ट्रैकिंग
REMspace ने यह नहीं बताया कि उनके प्रयोग में किस उपकरण का उपयोग किया गया था, लेकिन कहा कि प्रयोग में एक ‘उपकरण’ शामिल था जो प्रयोग के दौरान प्रतिभागियों के मस्तिष्क तरंगों और अन्य जैविक डेटा को ट्रैक करता था. इसमें एक ‘सर्वर’ भी शामिल था जो यह पता लगा सकता है कि प्रतिभागी कब स्पष्ट स्वप्न में प्रवेश करते हैं.
कैसे किया प्रयोग?
एक बार जब सर्वर ने पाया कि एक प्रतिभागी ने स्पष्ट स्वप्न में प्रवेश किया है, तो उसने विशेष भाषा से एक कोई भी शब्द बैदा किया और उसे ईयरबड्स के माध्यम से उसे प्रेषित किया. फिर प्रतिभागी ने अपने सपने में इस शब्द को दोहराया. जिसके बाद उस प्रतिक्रिया को सर्वर में कैप्चर और जमा किया गया. आठ मिनट बाद, दूसरे प्रतिभागी ने स्पष्ट स्वप्न में प्रवेश किया. सर्वर ने पहले प्रतिभागी से संग्रहीत संदेश को उसके पास भेजा, जिसे उसने जागने पर दोहराया.
REMspace प्रतिभागियों की एक और जोड़ी के साथ इस प्रयोग को दोहराने में सक्षम था. लेकिन इससे पहले कि कंपनी निश्चित रूप से कह सके कि उन्होंने सपनों में संचार हासिल किया है , अध्ययन को कठोर समीक्षा से गुजरना होगा. 40 वर्षीय रादुगा, जो अपने परिणामों के बारे में आश्वस्त हैं, उनका करना है ‘हमारा मानना है कि REM नींद और इससे संबंधित घटनाएं, जैसे सुस्पष्ट स्वप्न, AI के बाद अगला बड़ा उद्योग बन जाएंगे.’