लखनऊ केजीएमयू में दो और डॉक्टर आए कोरोना वायरस की चपेट में….

केजीएमयू में कोरोना वायरस से ग्रसित मरीजों के इलाज में लगी टीम के एक रेजीडेंट डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनकी टीम के दो और डॉक्टरों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे हैं।

इसके बाद पहली टीम को हटा दिया गया है। उसके स्थान पर नई टीम को जिम्मेदारी दी गई है। संक्रमण के लक्षण वाले दोनों चिकित्सकों को एकांतवास(आइसोलेशन वॉर्ड) में भर्ती किया गया है।

केजीएमयू में अब पॉजिटिव मरीजों की संख्या तीन हो गई है। लखनऊ में आठ मार्च को कनाडा से आई महिला डॉक्टर पॉजिटिव पाई गई थी। इसके बाद उसके संपर्क में आया एक रिश्तेदार भी पॉजिटिव पाया गया था।

दोनों को केजीएमयू के एकांतवास में भर्ती कराया गया है। इनके इलाज में जिस चिकित्सक की टीम लगी हुई थी। मंगलवार रात इस टीम के दो रेजीडेंट डॉक्टरों की तबीयत खराब महसूस हुई। उनमें कोराना वायरस के लक्षण मिले।

इस पर टीम में मुख्य रूप से शामिल 14 लोगों की जांच कराई गई। इसमें एक चिकित्सक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अन्य सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी को कोरेंटाइन वार्ड में रखा जाएगा। मरीजों के इलाज के लिए मेडिसिन विभाग के डॉक्टर के नेतृत्व में दूसरी टीम बनाई गई है।

इस टीम में दो सीनियर रेजीडेंट, तीन जूनियर रेजीडेंट सहित 12 लोगों को शामिल किया गया है। मीडिया प्रभारी डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि जिस चिकित्सक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनका इलाज किया जा रहा है।

पॉजिटिव मरीजों के इलाज से हटाई गई टीम की पांच दिन बाद दोबारा जांच कराई जाएगी। माना जाता है कि पांच से सात दिन के अंदर यह वायरस सक्रिय हो सकता है। ऐसी स्थिति में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद दूसरे चरण में भी पांच दिन की निगरानी होगी। यदि किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के दो नए पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। इनमें से एक नोएडा और एक लखनऊ का है। इन दो नए मरीजों के सामने आने से प्रदेश में मरीजों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है। इनमें आगरा के आठ, गाजियाबाद के दो, नोएडा के चार, लखनऊ के तीन मरीज हैं।

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