मादीपुर में पकड़े गए दो बांग्लादेशी, ठिकाने की तलाश में थे दोनों; जानें क्यों आए थे भारत

दिल्ली के मादीपुर में छिपने के लिए नए ठिकाने की तलाश कर रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने पकड़ा है। दोनो को निर्वासित कर दिया गया है। दोनों वर्क वीजा पर भारत आए थे और वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी भारत में चोरी छिपे रह रहे थे। पकड़े गए बांग्लादेशियों की पहचान सजल मियां और मोहम्मद अली के रूप में हुई है।
कर रहे थे ठिकाने की तलाश
पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त विचित्र वीर ने बताया कि पुलिस अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार अभियान चला रही है। इसी दौरान बुधवार को पंजाबी बाग थाना पुलिस को दो संदिग्धों के बारे में जानकारी मिली। सूचना पर मादीपुर चौकी पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ करने पर पता चला कि दोनों बांग्लादेशी नागरिक हैं। वह फिलहाल मदनपुर खादर इलाके में रहते हैं और खुद को छिपाने के लिए वह इस इलाके में ठिकाने की तलाश में आए थे।
नहीं मिला कोई काम
पुलिस अधिकारी ने बताया कि छानबीन करने पर पता चला कि पिछले साल सितंबर और दिसंबर माह में दोनों तीन माह के वर्क वीजा पर भारत आए थे। काफी तलाश के बावजूद इन्हें कोई काम नहीं मिला। इस दौरान इनकी वीजा अवधि खत्म हो गई।
12 बांग्लादेशियों को किया जा चुका निर्वासित
आरोपियों ने बताया कि खुद को छिपाने के लिए वह नए ठिकाने की तलाश में पश्चिमी दिल्ली आए थे। पुलिस ने दोनों नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दोनों को पुलिस ने विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय में पेश किया। जहां से दोनों को निर्वासित करने का आदेश दिया गया। पुलिस ने दोनों को निर्वासित करने की प्रक्रिया के लिए हिरासत केंद्र में भेज दिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पश्चिम जिला पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों की तलाश के लिए चलाए गए अभियान के तहत छह हजार लोगों का सत्यापन कर चुकी है। जिसमें अब तक पुलिस ने 12 बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें निर्वासित कर चुकी है।