ट्रंप ने भेजा शक्तिशाली बम MK-84, जो बाइडन ने लगाया था बैन

 अमेरिका ने इजरायल को बमों को भारी खेप भेजी है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने एमके-84 बमों की डिलीवरी पर अस्थायी रोक हटाने के बाद यह खेप भेजी है। इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की। मंत्रालय ने कहा कि इजराइल को भारी एमके-84 बमों की खेप मिली है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को एक बयान में कहा कि गोला-बारूद की यह खेप शनिवार देर रात इजराइली बंदरगाह अशदोद पहुंची। रात भर में इसे उतार लिया गया है।

रक्षा मंत्रालय ने जारी किया वीडियो

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय ने एक वीडियो फुटेज जारी किया है। इसमें शिपिंग कंटेनरों को दर्जनों ट्रकों पर लोड होते देखा जा सकता है। बात में इन ट्रकों को इजराइल की वायु सेना ठिकानों तक ले जाया गया।

इजरायल पहुंचा हजारों टन गोला-बारूद

इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन को बम की डिलीवरी और इजराइल के प्रति अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। इजराइल के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 7 अक्टूबर 2023 को गाजा युद्ध की शुरुआत के बाद से 678 एयरलिफ्ट और 129 समुद्री शिपमेंट के माध्यम से 76,000 टन से अधिक सैन्य उपकरण इजरायल पहुंच चुके हैं।

एमके-84 बम के बारे में जानिए

जो बाइडन प्रशासन ने एमके-84 बमों की डिलीवरी पर प्रतिबंध लगाया था। अमेरिका को शक था कि इजरायल इन बमों का इस्तेमाल गाजा में कर सकता है। 907 किलो वजन वाला एमके-84 बिना गाइड वाला बम है। यह बम मजबूत लक्ष्य को भेदने और भीषण विस्फोट से बड़ी क्षति पहुंचाने में सक्षम है।

लेबनान पर इजरायल ने की गोलीबारी

इजरायल की सेना ने लेबनान सीमा पर मोर्च खोला दिया है। दक्षिणी लेबनान के हौला गांव में लौट रहे लोगों पर गोलीबारी की गई। हमले में एक महिला की मौत हुई है। कई अन्य घायल हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के हवाले से जानकारी दी है कि इसी दौरान इजरायली सेना ने तीन लोगों को अगवा भी किया है।

बता दें कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष विराम समझौता 27 नवंबर 2024 से लागू है। लेबनानी सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि इजरायली सेना के छोड़े गए विस्फोटकों के खतरों और दुश्मन सैनिकों की संभावित मौजूदगी को देखते हुए नागरिकों को दक्षिणी क्षेत्रों से बचना चाहिए, जहां अभी सेना की तैनाती पूरी नहीं हुई है।

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