बड़ा हादसा: लखनऊ में अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, पिता-पुत्री समेत तीन की मौत

लखनऊ । काकोरी क्षेत्र में एक मकान के बेसमेंट में चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री में सोमवार सुबह ताबड़तोड़ कई विस्फोट हुए। धमाकों से दो मकान ढह गए और विस्फोटक बना रहे नासिर (45) व उसकी बेटी नसरीन उर्फ मोनी (19) के चीथड़े उड़ गए। पड़ोस के दूसरे मकान के अंदर नमकीन फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर रामफेरन (28) की भी मौत हो गई। उसका ममेरा भाई राम प्रसाद व पड़ोस स्थित एक अन्य मकान में काम कर रहे दो मजदूर घायल हो गए। DIG L&O प्रवीण कुमार ने बताया कि 2017 से नासिर ने लाइसेंस नहीं लिया था, अवैध फैक्ट्री चल रही थी, हीलाहवाली के मद्देनजर चौकी इंचार्ज और 2 सिपाही सस्पेंड किये गये हैं। बड़ा हादसा: लखनऊ में अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, पिता-पुत्री समेत तीन की मौत

एडीजी जोन राजीव कृष्णा, आाजी रेंज सुजीत पांडेय, एसएसपी दीपक कुमार समेत कई अधिकारियों और फोरेंसिक टीम, बम निरोधक दस्ते ने मौके का निरीक्षण किया। पुलिस और दमकल के सम्मिलित रेस्क्यू से मलबा हटाया गया। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने विस्फोटक के टुकड़े और अन्य सामग्री का कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया। डीआइजी कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार ने संबंधित बीट के प्रभारी और दो सिपाहियों को देर शाम सस्पेंड कर दिया।

एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक ठाकुरगंज के फरीदीनगर में रहने वाले नासिर ने काकोरी के सैंथा गांव मुन्ना लाल खेड़ा निवासी संजय लोधी के मकान को छह माह पूर्व किराए पर लिया था। नासिर वहां अवैध रूप से पटाखा फैक्ट्री चला रहा था। बेसमेंट में उसने पटाखों का भंडारण कर रखा था। पड़ताल में पता चला है कि सोमवार सुबह करीब 10 बजे नासिर और उसकी बेटी नसरीन बेसमेंट में पटाखे बना रहे थे। इस बीच करीब 10:30 बजेकई विस्फोट हुए। धमाकों से बेसमेंट, दीवार और छत उड़ गई।

धमाका इतना तेज था कि मकान के मलबे के साथ दोनों के शवों को चीथड़े करीब 500 मीटर दूर तक गिरे। धमाके से पड़ोस स्थित संजय के भाई सूरजपाल और उसके भाई रामआसरे का भी मकान गिर गया। सूरजपाल के मकान के एक हिस्से में नमकीन फैक्ट्री चला रहा था। वह हिस्सा भी ढह गया, जिससे मलबे के नीचे दबकर बहराइच निवासी रामफेरन की मौत हो गई। हादसे में उसका ममेरा भाई राम प्रसाद घायल हो गया। वहीं, पड़ोस स्थित एक मकान की नींव खोद रहे मजदूर लालबाबू निवासी लखीमपुर और उसका भाई विनोद भी घायल हुआ।

काकोरी के सैथ के मजरा मुन्ना लाल खेड़ा में हुए विस्फोट में नाशिर व पड़ोसी रामचरण की मौत। 4 घायल को ट्रामा भेजा गया। पुलिस अभी घायलों के बारे में पता कर रही है। संजय के मकान में किराए पर ले कर विस्फोटक रखा था। मकान मालिक की पत्नी मीना ने बताया की 6 महीने पहले किराये पर दिया था। नाम भी नही बता पा रही है। मृतकों के परखच्चे उड़े। पुलिस को जानकारी नही थी, ऐसे में पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे है। बिल्डिंग ध्वस्त होने से कई लोग घायल।

विस्फोट मुन्ना लाल खेंड़ा गांव के संजय लोधी के मकान हुआ। जिसके कारण पड़ोस के गया प्रसाद व राम आसरे का भी मकान गिर गया। जिस मकान में विस्फोट हुआ, उसके बेसमेंट में बारूद स्टोर किया जाता था। विस्फोट के बाद भवन की एक-एक ईंट तक गिर गई। भवन मालिक संजय लोधी फरीदी पुर गांव निवासी नासिर व उसके बेटे मुशीर को किराए पर दिये थे।

सैथा गांव में भवन के बेसमेंट में बारूद स्टोर किया गया था। इस जोरदार विस्फोट के बाद वहां पर माहौल में मातम पसरा है। मृतकों के शवों के टुकड़े सो-सो मीटर की दुरी तक फैले हैं। मंजर बेहद भयावाह है।  

नासिर व मुशीर पेशे से आतिशबाज़ है, दोनों गांव के बाहर गोमती नदी किनारे प्लाट लेकर उसी पर पटाखा बनाते थे और बने हुए पटाखों को इसी भवन में स्टोर करते थे।

ग्रामीणो ने बताया कि खाना बनाते समय हादसा हुआ। इस धमाके में मकान की हालत देखकर ही अंदाज़ लगाया जा सकता है कि विस्फोट कितना भयानक रहा होगा। गिरी हुई दीवारें और छत विस्फोट की तीव्रता खुद ही बयां कर रही है। मलबे में कई से दबे होने की सूचना है।

धमाके में मरने वाले पति और पत्नी बताए जा रहे हैं। धमाका इतना जोरदार था कि पूरा घर मलबे में तब्दील हो गया और दंपत्ति के परखच्चे उड़ गए। दोनों के शव के टुकड़े कई मीटर तक फैल गए।

मकान में नासिर पटाखे बनाने के लिए अवैध रूप से बारूद इकट्ठा करता था। आसपास के इलाके में वह यहां से बारूद सप्लाई करता था। लोगों के अनुसार धमाके में नासिर की मौत हो चुकी है। घर में उसकी पत्नी भी थी, जिसका पता नहीं चल सका है।

विस्फोट में दो लोगों की मौत की सूचना पर मोहनलालगंज से भारतीय जनता पार्टी के सांसद कौशल किशोर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने राहत व बचाव कार्य में लगे पुलिस के साथ फायर ब्रिगेड कर्मियों से वार्ता भी की। 

घायल

रामप्रसाद पुत्र माधव निवासी बहराइच रामनगर, विनोद पुत्र राम मिलन निवासी ईशानगर लखीमपुर, लालबाबू पुत्र राम किशन ईशानगर लखीमपुर।

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