इस मंत्रों का जाप करने से भी मिलता है लाभ..
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु की आराधना करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और व्यक्ति को मृत्यु के उपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि शास्त्रों में भी एकादशी व्रत को इतना महत्वपूर्ण बताया गया है। माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन षटतिला एकादशी व्रत रखा जाएगा। यह व्रत 18 जनवरी 2023, बुधवार के दिन रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर स्नान दान व पूजा पाठ करने से रोग, दोष और भय से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही वेदों में इस दिन के संदर्भ में कुछ विशेष मंत्रों को बताया गया है, जिनका उच्चारण करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है। माना जाता है कि एकादशी तिथि के दिन इन मंत्रों का जाप करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं-
श्री विष्णु स्तुति – शान्ताकारं भुजंगशयनं
शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम् ।
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम् ।।
यं ब्रह्मा वरुणैन्द्रु रुद्रमरुत: स्तुन्वानि दिव्यै स्तवैवेदे: ।
सांग पदक्रमोपनिषदै गार्यन्ति यं सामगा: ।
ध्यानावस्थित तद्गतेन मनसा पश्यति यं योगिनो
यस्यातं न विदु: सुरासुरगणा दैवाय तस्मै नम: ।।
इन मंत्रों का भी करें जाप
* जीवश्चाङ्गिर-गोत्रतोत्तरमुखो दीर्घोत्तरा संस्थित: पीतोश्वत्थ-समिद्ध-सिन्धुजनिश्चापो थ मीनाधिप: ।
सूर्येन्दु-क्षितिज-प्रियो बुध-सितौ शत्रूसमाश्चापरे सप्ताङ्कद्विभव: शुभ: सुरुगुरु: कुर्यात् सदा मङ्गलम् ।।
* ॐ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् ।।
* दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम् ।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे ।।