इस वजह से चर्चा में है गहलोत-पायलट कैंप के नेता, पढ़े पूरी ख़बर

राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री से पहले गहलोत-पायलट कैंप के नेताओं की ‘पोस्टर पॉलिटिक्स’ चर्चा में है। यात्रा मध्यप्रदेश से राजस्थान के झालावाड़ में प्रवेश करेगी। इसको लेकर लगाए गए बैनर और पोस्टरों पर झालावाड़ तक सिर्फ पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ही दिखाई दिए। सड़क के दोनों ओर पोस्टरों पर राहुल गांधी और सचिन पायलट की बड़ी-बड़ी तस्वीरें देखी जा सकती है। कहीं- कहीं सीएम गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का चेहरा दिखाई दे जाएगा। झालावाड़ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है।  जिले की चारों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े प्रत्याशियों और पदाधिकारियों ने सड़क किनारे, जहां से राहुल गांधी की यात्रा निकलेगी, पायलट के बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए है। झालावाड़ में प्रवेश करते ही राहुल गांधी के स्वागत में हजार के करीब बैनर लगाए गए है। शहर के बस स्टैंड पर हर तरफ सिर्फ सचिन पायलट ही दिखाई दे रहे हैं। डिवाइडरों पर, लाइट पोल्स पर, घरों पर, होर्डिंग्स पर सिर्फ पायलट। 

गहलोत की योजनाओं के पोस्टर

बता दें, झालावाड़ में गुर्जर आबादी खासी संख्या में है। सचिन पायलट ने जब पीसीसी चीफ थे तो यहां करीब 100 किलोमीटर की पैदल यात्रा भी की थी। इसलिए पायलट का दबदबा है। जबकिए सीएम गहलोत झालावाड़ का दौरा नहीं कर पाए है। राहुल गांधी को अपनी फ्लैगशिप योजनाओं से रूबरू कराने के लिए रूट के पूरे रास्ते पर योजनाओं के बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें चिरंजीवी को हेल्थकेयर का राजस्थान मॉडल बताया गया है। राजस्थान में हुई भर्तियां, रोजगार देने, किसानों को हर माह बिजली बिल अनुदान देन जैसी जो भी स्कीम राजस्थान सरकार लाई, उनके बड़े-बड़े बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। खास बात ये है कि ये बैनर-पोस्टर उन जगहों के आसपास लगाए गए हैं। जहां या तो राहुल गांधी नाइट स्टे करेंगे या फिर लंच ब्रेक के बाद रेस्ट करेंगे। सियासी गुटबाजी के बीच इन सबसे गहलोत का सीधा फोकस राजस्थान में गवर्नेंस और सरकारी योजनाओं को बताना होगा।

यात्रा 4 दिसंबर से मध्यप्रदेश से राजस्थान में एंट्री करेगी

बता दें, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की यात्रा 4 दिसंबर से मध्यप्रदेश से राजस्थान में एंट्री करेगी। राहुल गांधी 7 जिलों की करीब 28 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेंगे। खास बात यह है कि राहुल गांधी की यात्रा मीणा और गुर्जर बाहुल्य इलाकों से गुजरेगी। दोनों दोनों समुदाय में कांग्रेस का दबदबा है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया था। कांग्रेस बंपर जीत मिली थी। सचिन पायलट खुद गुर्जर जाति से आते हैं। राहुल गांधी यहां 15 से 18 दिनों में 521 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे 7 जिलों झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, टोंक, दौसा और अलवर की 18 विधानसभाओं से गुजरेंगे। यात्रा के दौरान टोंक जिले में सिर्फ 5-6 किलोमीटर का हिस्सा कवर होगा।

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