ये है पक्षियों का ‘कुंभकर्ण’, एक दिन में 10 हजार बार लेता है झपकी!

आपने अक्सर ही दिन के समय झपकी ली होगी. ऐसा आलस या बोर होने की वजह से होता है, फिर चाहे हम ऐसा एक बोरिंग वर्क मीटिंग में, ट्रेन में या फिर घर पर टीवी देखते समय करें. हम सभी के पास ऐसे समय होते हैं, जब हम कुछ सेकंड के लिए आंखें बंद कर लेते हैं. लेकिन एक नए रिसर्च के अनुसार, चिनस्ट्रैप पेंगुइन (Chinstrap penguins) की तुलना में यह कुछ भी नहीं है, जो दिन लगभग 10,000 बार झपकी लेते हैं, जो एक बार में सिर्फ 4 सेकंड की होती है.

इस तरह ये पक्षी दिन में 11 घंटे से अधिक की नींद पूरा करते हैं. ऐसे में इसको पक्षियों का ‘कुंभकर्ण’ कहें, तो गलत नहीं होगा. इस तरह ये आलस में सबको फेल कर देता है!

एक दिन में कितनी नींद लेते हैं पेंगुइन?

डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, पेंगुइन हर दिन 11 घंटे से अधिक की नींद लेते हैं, लेकिन वे ऐसा एक बार में नहीं करते हैं. नए ऑब्जर्वेशंस से पता चला है कि यह जानवर दिन में हजारों बार ऊंघ (Doze off) में सिर हिलाते हैं, लेकिन एक बार में केवल लगभग 4 सेकंड के लिए. रिसर्चर्स ने कहा कि इससे उन्हें अपने घोंसलों पर लगातार सतर्क रहते हुए हर दिन जितनी नींद चाहिए, उसे पूरा करने में मदद मिलती है.

चिनस्ट्रैप पेंगुइन पर किसने की है ये स्टडी?

चिनस्ट्रैप पेंगुइन के स्लीपिंग पैटर्न पर ल्योन न्यूरोसाइंस रिसर्च सेंटर (Lyon Neuroscience Research Centre) और कोरिया पोलर रिसर्च इंस्टीट्यूट (Korea Polar Research Institute) की टीम ने की है. उन्होंने अंटार्कटिका (Antarctica) में चिनस्ट्रैप पेंगुइन (Chinstrap Penguin) के सोने के व्यवहार को रिकॉर्ड किया. आखिर यह जानवर कैसे अपनी आंखों को बंद करता है, यह पता लगाने के लिए उन्होंने रिमोट इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राम मॉनिटरिंग और अन्य सेंसर्स को यूज किया.

जर्नल साइंस (Science Journal) में पब्लिश एनालिसिस से पता चला कि चिनस्ट्रैप पेंगुइन काफी देर तक नहीं सोते थे. वे इसके बजाय बार-बार सोते थे, हर दिन में लगभग 10 हजार ‘माइक्रोस्लीप’, जो केवल चार सेकंड तक ही चलती थी. सैन डिएगो में कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी (University of California) और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (University of Oxford) के एक्सपर्ट्स द्वारा लिखित ‘पर्सपेक्टिव्स’ पीस (‘Perspectives’ piece) में ऐसा ही बताया गया है.

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