112 साल तक क्रिकेटर मैच में पहली बार हुआ ऐसा कमाल

क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, जहां कब क्या हो जाए इसका किसी को भी जरा-सा भी अंदाजा नहीं होता है। इस खेल में अक्सर कुछ ऐसे कारनामे देखने को मिलते रहते है जिससे हर कोई हैरान रह जाता है। फिर चाहे बात कैच लपकने की हो या फिर एक गेंदबाज द्वारा 10 विकेट लेने की हो। इस खेल को ऐसी घटनाओं की वजह से पूरी दुनिया में पसंद किया जाता है।

आपने अभी तक क्रिकेट के मैच अगर सबसे लंबे फॉर्मेट की बात की जाए, तो टेस्ट मैच 4-5 दिन के देखे होंगे, लेकिन एक ऐसा मैच हुआ जो पूरे 112 साल से भी ज्यादा समय तक जारी रहा और 112 साल बाद उसका नतीजा रहा। 

ये मैच यूके में स्थित दो गांवों के बीच बुरेस और ग्रेट बेंटले (Bures vs Great Bentley, Essex Country, UK) के बीच खेला गया। ये मुकाबला एक बैरल बीयर के लिए खेला गया था, जिसकी कहानी काफी अनोखी रही। अब फैंस इस मैच को सदियों तक याद करेंगे। आइए बताते है पूरे मैच की कहानी।

एक ऐसे Cricket Match की कहानी, जो पूरे 112 सालों तक खेला गया

दरअसल, सन 1845 में बुरेस बनाम ग्रेट बेंटले, जो कि एसेक्स काउंटी, यूके में स्थित दो गांवों के बीच क्रिकेट मैच खेला गया था। इस मैच में 1845 में बेंटले के बल्लेबाजों ने पूरे दिन बैटिंग की थी और बुरेस की टीम को बैटिंग का मौका दिए बिना ही रिटायर हो गए थे। बुरेस के बल्लेबाजों को फिर बैटिंग करने का मौका 100 साल बाद मिला था। 1957 में बुरेस की टीम बैटिंह करने उतरी और उसने दो विकेट से ये मैच जीत लिया था। इस तरह 112 साल तक एक क्रिकेट मैच जारी रहा, जिसक नतीजा बेहद ही लंबे वक्त बाद आया।

Cricket Match Bizarre Moment: 100 साल बाद दूसरी टीम को मिला था बैटिंग का मौका

हालस्टेड के क्रिकेटर डेनिस वाल्टर जिनकी उम्र 87 हैं, उन्होंने ये मैच की अनसुनी कहानी सुनाई है। उन्होंने कहा कि उस समय किी ने 1845 में बुरेस और ग्रेट बेंटले के बीच एक क्रिकेट मैच के बारे में कुछ दस्तावेज ढूंढने की कोशिश की थी। मैच में ग्रेट बेंटले ने 300 से ज्यादा रन बनाए थे, लेकिन बुरेस को कभी बैटिंग का मौका नहीं मिला।

पुराने दस्तावेजों में लिखा था कि बुरेस को 100 साल बाद अपनी पारी खेलने का मौका मिला था। इतने सालों बाद भी मुझे ये कहानी सुनकर हैरानी होती है कि किसी ने टीम के इतिहास को खोज निकाला। डेनिस ने ये कहानी क्लैक्टन और फ्रिंटन गजेट को बताई।

बता दें कि 1845 के बाद जब मैच 1957 में दोबारा से शुरू हुआ तो विरोधी टीम गाड़ी से स्टेडियम पहुंची, जिसमें सभी खिलाड़ियों ने 17वीं सेंचुरी वाली जर्सी पहनी थी। खिलाड़ियों ने पुराने स्टंप्स, क्रिकेट बैट का ही इस्तेमाल किया।

उन्होंने (डेनिस) आगे कहा कि डेनिस की टीम ने 300 से ज्यादा रन बनाए। यहां तक कि जब हम पहली बार हालस्टेड चले गए तो ये पता चला, तब भी मैं क्रिकेट खेलता था। मैं वापस बुरेस जाकर खेलता था और मेरी वाइफ चाय बनाती थी। हम दोनों उस खास दिन का हिस्सा बने इसका मैं बहुत आभारी हूं। मुझे लगता है कि हम इतिहास का हिस्सा हैं और यह एक अच्छी याद है।

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