कोलेजन बनाने में मदद करते हैं ये 10 फूड्स
30 की उम्र के बाद शरीर में कोलेजन की मात्रा कम होने लगती है। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो त्वचा को जवां बनाए रखता है। इसलिए 30 के बाद त्वचा ढीली पड़ने लगती है और फाइन लाइन्स व रिंकल्स नजर आने शुरू हो जाते हैं। इसलिए हम यहां कुछ ऐसे फूड्स (Anti-Ageing Foods) बता रहे है जो कोलेजन बनाने में मदद करते हैं।
कोलेजन शरीर में पाया जाने वाला एक प्रकार का प्रोटीन है, जो त्वचा, हड्डियों, जोड़ों और अन्य टिश्यूज को मजबूती और इलास्टिसिटी देता है। यह त्वचा को चमकदार और जवां बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।
उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कोलेजन का उत्पादन कम होने लगता है, जिसके कारण त्वचा ढीली हो जाती है और झुर्रियां पड़ने लगती हैं। आइए जानें कुछ ऐसे फूड्स (Foods for Anti-Ageing) के बारे में जो आपके शरीर में कोलाजेन बनाने में मदद करते हैं।
कोलेजन बढ़ाने के लिए डाइट
अपनी त्वचा को जवां और स्वस्थ रखने के लिए आप अपनी डाइट में कुछ खास फूड्स शामिल कर सकते हैं, जो कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। आइए जानते हैं उन 10 फूड्स के बारे में जो आपकी त्वचा को युवा बनाए रखने में मदद कर सकते हैं-
विटामिन सी से भरपूर फल- संतरा, नींबू, कीवी और स्ट्रॉबेरी जैसे फल विटामिन-सी का अच्छा सोर्स हैं। विटामिन-सी कोलेजन बनाने के लिए जरूरी है।
हरी पत्तेदार सब्जियां- पालक, केल और ब्रोकली जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन-सी, विटामिन-ए और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं, जो कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देती हैं और त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाती हैं।
फैटी फिश- सालमन, मैकेरल और टूना जैसी फैटी फिश ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं, जो त्वचा को हाइड्रेट रखती हैं और सूजन को कम करती हैं।
अंडे- अंडे प्रोटीन और बायोटिन से भरपूर होते हैं, जो बालों और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं।
बीज और नट्स- चिया सीड्स, अलसी के बीज, बादाम और अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन-ई से भरपूर होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
टमाटर- टमाटर में लाइकोपीन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और यह त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है।
अजवाइन- अजवाइन में सिलिकॉन होता है, जो कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है।
पानी- पर्याप्त मात्रा में पानी पीना त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए जरूरी है।
दही- दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन में सुधार करते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
अश्वगंधा- अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जो सूजन को कम करती है और कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देती है।
इन बातों का भी ध्यान रखें
स्मोकिंग छोड़ें- स्मोकिंग त्वचा को नुकसान पहुंचाती है और कोलेजन के उत्पादन को कम करता है।
सूरज की किरणों से बचाव- सूरज की हानिकारक किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं और समय से पहले बुढ़ापा लाती हैं।
तनाव कम करें- तनाव कोलेजन के उत्पादन को कम कर सकता है।
पर्याप्त नींद लें- नींद त्वचा की मरम्मत और रिजूविनेशन के लिए जरूरी है।