Eye Sight बढ़ाने के लिए अपनाएं ये टिप्स
इन दिनों हमारी लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल चुकी है। ऐसे में हमारे खानपान के साथ ही हमारे रहन-सहन का भी हमारी सेहत पर असर पड़ रहा है। हम जो भी खाते हैं और करते हैं, उसका असर शरीर और शरीर के अन्य हिस्सों पर जरूर नजर आता है। आंखों के साथ भी कुछ ऐसा ही है। बदलती लाइफस्टाइल की वजह से लोगों का स्क्रीन टाइम काफी बढ़ गया है, जिसकी वजह से आंखों को काफी नुकसान पहुंच रहा है।
WHO की 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में लगभर 2.2 बिलियन लोगों की दूर या पास की नजर कमजोर है। इसलिए कमजोर होती आंखों का समय रहते ख्याल रखना बेहद जरूरी है, वरना देर करने पर आंखों की रोशनी जा भी सकती है। आइए जानते हैं कि कैसे अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे से टिप्स अपनाकर आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ा सकते हैं-
इन आसान टिप्स से बढ़ाएं आंखों की रोशनी
अपने लैपटॉप को अपनी आंखों से 18 से 20 इंच की दूरी पर रख कर इस्तेमाल करें।
आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए नियमित व्यायाम करते रहें। हेल्दी आंखों के लिए आप पलकें झपकाना, दाएं से बाएं, ऊपर से नीचे, ऊपर के एक कोने से नीचे के दूसरे कोने की तरफ आंखों की पुतलियों को घुमाना, फिर पुतलियों को गोल-गोल घुमाना और इन्हें बीच में कर के अपनी नाक को देखने जैसी आी एक्सरसाइज कर सकते हैं।
20–20–20 रूल फॉलो करें। लैपटॉप या कंप्यूटर पर काम करते समय हर 20 मिनट में 20 फीट की दूरी पर रखी किसी भी चीज को 20 सेकंड तक के लिए देखें।
अपने आसपास की लाइट के अनुसार स्क्रीन की ब्राइटनेस कम या ज्यादा करें।
आई स्ट्रेन को दूर करने के लिए आंखों पर खीरा की स्लाइस रखें और आंखों को ठंडक पहुंचाएं।
शिमला मिर्च, केल, गाजर, ऑलिव ऑयल, साल्मन, अंडा, संतरा, शकरकंद, ब्रोकली, पिस्ता, बादाम, दाल आदि का भरपूर सेवन करें, जिससे आंखों की मांसपेशियां मजबूत हों और आंखों की रोशनी बढ़े। नारंगी रंग के फूड्स जैसे संतरा, पपीता, गाजर आदि में कैरोटिन पाया जाता है जो आई हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। गाजर आंखों में ब्लड फ्लो बढ़ाता है, जिससे रोशनी तेज होती है।
नियमित रूप से आंखों की जांच करवाते रहें, जिससे किसी भी प्रकार का स्ट्रेन आंखों पर पड़ने से पहले ही इनकी पहचान हो जाए।
सूर्य की रोशनी में सनग्लासेज का इस्तेमाल जरूर करें।
बाहर से घर आने के बाद ठंडे पानी के छींटे मारकर चेहरे को साफ़ करें।
नींद पूरी करें जिससे आंखों पर पड़ने वाले स्ट्रेस से राहत मिले। इससे सम्पूर्ण सेहत में भी सुधार होता है।