कमजोर होती हड्डियों में नई जान भर देंगे ये उपाय
हमारे शरीर को हर तरह से हेल्दी रखने के लिए हड्डियों का खयाल रखना भी जरूरी है। हड्डियों का निर्माण कैल्शियम, प्रोटीन ,फॉस्फोरस और कोलेजन से होता है, क्योंकि यही इन्हें मजबूती और लचीलापन प्रदान करते हैं। लेकिन समय के साथ-साथ उम्र बढ़ने, कैल्शियम की कमी, विटामिन-डी की कमी, हार्मोनल बदलाव (खासकर महिलाओं में) और बहुत बार शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण भी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इसके साथ ही, असंतुलित आहार और नशीले पदार्थ भी हड्डियों को कमजोर करते है। इसलिए आइए जानते हैं हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए कुछ उपाय।
कैल्शियम
हड्डियों की हेल्थ को बनाए रखने के लिए हमेशा कैल्शियम से भरपूर डाइट, जैसे कि दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, और बादाम जैसे फूड आइटम्स का सेवन करें। कैल्शियम हड्डियों की मजबूती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
विटामिन-डी का सेवन
सूरज की रोशनी विटामिन-डी का प्राकृतिक स्रोत है, जो शरीर को कैल्शियम अवशोषित करने में मदद करता है। लेकिन कई बार समय की कमी या अन्य कारणों से धूप में बैठना नहीं हो पाता है। ऐसे में विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स, अंडे और मछली भी विटामिन-डी के अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
स्ट्रेंथ एक्सरसाइज
वजन सहने वाले एक्सरसाइज हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं,जैसे चलना, दौड़ना, वजन उठाना और योग हड्डियों को मजबूत रखने में सहायक होते हैं। ये गतिविधियां हड्डियों पर हल्का दबाव डालती हैं, जिससे वे मजबूत बनती हैं।
प्रोटीन का सेवन
अंडे, चिकन, मछली और दाल जैसे प्रोटीन युक्त फूड आइटम्स का सेवन करना चाहिए, क्योंकि प्रोटीन हड्डियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है।
धूम्रपान और अल्कोहल से बचें
धूम्रपान और अत्यधिक शराब पीना हड्डियों के घनत्व को कम करता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ता है।
संतुलित आहार
हरी सब्जियां,बीज, और साबुत अनाज जैसे विटामिन-के और मैग्नीशियम से भरपूर फूड आइटम्स का सेवन करें, क्योंकि ये पोषक तत्व हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
शरीर का स्वस्थ वजन बनाए रखें
कम या ज्यादा वजन होने पर हड्डियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे वे कमजोर हो सकती हैं। इसलिए अपना वजन मानक के अनुसार स्वस्थ बनाए रखें।
हार्मोनल संतुलन बनाए रखें
महिलाओं में मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन की कमी हड्डियों की कमजोरी का कारण बन सकती है, इसलिए अपने हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने के लिए एक्सपर्ट की मदद लें।