कोई मिसाल नहीं है भारत के इन 5 स्थापत्य चमत्कार की
भारत, अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। भारत के कई ऐताहिस इमारतें (Historical Buildings In India) हैं, जो अपनी वास्तुकला के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं। इनके दीदार के लिए दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से भारी संख्या में पर्यटक भी आते हैं। प्राचीन भारत की सभ्यता और अनूठी वास्तुकला (Architectural Marvels) का नमूना इन खास इमारतों में साफ नजर आता है। इसलिए अगर आप भी भारत की खूबसूरती को और करीब से देखना और जानना चाहते हैं, तो आपको इन इमारतों को देखने एक बार जरूर जाना चाहिए।
रानी की वाव
रानी की वाव, गुजरात के पाटण में स्थित एक अद्भुत बावड़ी है। इसे 11वीं शताब्दी में सोलंकी राजवंश के राजा भीमदेव प्रथम की स्मृति में उनकी पत्नी रानी उदयामति ने बनवाया था। यह एक सात मंजिली बावड़ी है, जो अपनी जटिल नक्काशी और कलाकृतियों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इसकी दीवारों पर इतनी सुंदर नक्काशी की गई है, कि इसे देखकर आप दुनिया के सारे अजूबे भूल जाएंगे। रानी की वाव को साल 2014 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया और यह भारत के सबसे खूबसूरत वास्तुकला चमत्कारों में से एक माना जाता है।
ताजमहल
ताजमहल, आगरा में स्थित एक विश्व प्रसिद्ध स्मारक है। इसे मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। यह सफेद संगमरमर से बना एक मकबरा है, जो अपने शानदार कारीगरी और समरूपता यानी सिमेट्री के लिए जाना जाता है। इसे दुनिया के सात अजूबों में शामिल किया गया है। इसकी कारीगरी और नक्काशी को देखकर आपको एहसास होगा कि असल मायने में खूबसूरती होती क्या है। ताजमहल को भी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
कोणार्क सूर्य मंदिर
कोणार्क सूर्य मंदिर, उड़ीसा के कोणार्क में स्थित एक विशाल मंदिर है। इसे 13वीं शताब्दी में गंग वंश के राजा नरसिंह देव द्वारा बनवाया गया था। यह सूर्य देवता को समर्पित है और इसे एक विशाल रथ के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसमें बारह जोड़े पहिए हैं। मंदिर की दीवारों को जटिल नक्काशी और मूर्तियों से सजाया गया है, जो भगवान विष्णु के दस अवतारों को चित्रित करते हैं। कोणार्क सूर्य मंदिर को भी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है और इसे भारत के सबसे अद्भुत आर्किटेक्चरल वंडर्स में से एक माना जाता है।
खजुराहो
खजुराहो, मध्य प्रदेश में स्थित मंदिरों का समूह है, जो हिंदू और जैन धर्मों से संबंधित हैं। इसे 9वीं से 11वीं शताब्दी के बीच चंदेल राजाओं द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर समूह अपनी कामुक मूर्तियों और नक्काशी के लिए मशहूर है। खजुराहो को भी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है और इसे भारत के सबसे आकर्षक आर्किटेक्चरल वंडर्स में से एक माना जाता है।
हम्पी
हम्पी, कर्नाटक में स्थित एक विजयनगर साम्राज्य के खंडहर हैं, जो तुंगभद्र नदी के किनारे बसा था। इसे 14वीं से 17वीं शताब्दी के बीच विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी। हम्पी में कई मंदिर, महल, रथ और अन्य आर्किटेक्चरल नमूने मौजूद हैं, जो साम्राज्य के पूर्व गौरव और समृद्धि को दर्शाते हैं। हम्पी को भी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है और इसे भारत के सबसे बड़े और सबसे संरक्षित ऐतिहासिक स्थलों में से एक माना जाता है।