सुल्तानपुर के अर्णव बने देश के सबसे कम उम्र के ड्रोन पायलट

लखनऊ : सुल्तानपुर के मास्टर अर्णव गर्ग 18 साल 2 महीने की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के रिमोट एयर क्राफ्ट (ड्रोन) पायलट बन गये हैं। उन्होंने प्रशिक्षण सफलता पूर्वक पूरा कियाऔर रिमोट पायलट विमान प्रणाली के संचालन के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए), भारत सरकार द्वारा प्रमाणित किया गया है। अर्णव एक विलक्षण बालक, सीरियल इनोवेटर, डिजाइनर और सॉफ्टवेयर डेवलपर है। वर्तमान में वह सूर्या अकादमी पब्लिक स्कूल में ग्यारहवीं कक्षा के छात्र है। बहुत कम उम्र में ही अर्णव प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान से प्रेरित होकर ड्रोन उद्योग, एआई और रोबोटिक्स में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देने का फैसला किया। इस समय अर्णव ने 2.5 किमी की सीमा और अधिकतम गति 180 किमी/घंटा के साथ एक पूरी तरह कार्यात्मक माइक्रो एफपीवी क्वाडकॉप्टर(ड्रोन) को डिजाइन और विकसित किया है और अब वह एक्स8 ऑक्टारोटर(ड्रोन) विकसित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम कर रहे हैं।

इससे पहले अर्णव ने 2020 में कोरोना महामारी के जवाब में 3डी प्रिंटेड फेस मास्क और अल्ट्रासोनिक स्वचालित स्प्रेयर विकसित किए। इसके अलावा, लॉकडाउन अवधि के दौरान अर्णव ने अपने समय का सदुपयोग किया और एथिकल हैकिंग, जावा, सी+, एचटीएमएल, सीएसएस, एनाकोंडा, जुपिटर और पायथन भाषाओंपरऑनलाइनपाठ्यक्रमपूराकिया। भविष्य में वह एक इंजीनियर बनना चाहते हैं और अपने नवाचारों के माध्यम से भारत के रक्षा क्षेत्र में योगदान देना चाहतेहैं।

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