भाई की जगह दूसरे का शव ले आया युवक, कर दिया अंतिम संस्कार, फिर बेटी पहुंची मोर्चरी
बूंदी जिले में शवों की अदला बदली का अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यहां एक शख्स की मौत के बाद उसके परिजनों ने दो शवों का अंतिम संस्कार कर दिया. पहला शव मृतक का भाई अस्पताल की मोर्चरी से लेकर आया था और उसका अंतिम संस्कार कर दिया. फिर दूसरे शव की तलाश में दूसरे थाने की पुलिस मोर्चरी पहुंची तब गफलत सामने आई. उसके बाद मृतक शख्स की बेटी को वहां बुलाया गया तो उसने मार्चरी में रखा शव पिता को होने का दावा कर दिया. उसके बाद वह शव भी उनको को सौंप दिया गया. दूसरी बार उस शव अंतिम संस्कार किया गया.
पुलिस के अनुसार बीते 17 दिसंबर को बूंदी के बस स्टैंड पर एक शख्स बेहोश मिला था. उसकी शिनाख्त बूंदी जिले महावीर चारण के रूप में हुई. उसे बूंदी में प्राथमिक उपचार देकर कोटा एमबीएस अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां 22 दिसंबर को उसकी मौत हो गई. इस पर पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया. उसी दिन कोटा के नांता थाना इलाके में एक्सीडेंट में एक शख्स की मौत हो गई. उसके शव को भी उसी मोर्चरी में रखा गया था. 23 दिसंबर को बूंदी की कोतवाली पुलिस महावीर के भाई को लेकर कोटा पहुंची. उसने महावीर शव की शिनाख्त करवाकर उसे उसके भाई को सौंप दिया.
नांता थाना पुलिस पहुंची तब गफलत सामने आई
भाई महावीर का शव लेकर आया और गांव जाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. उसके बाद नांता पुलिस एक्सीडेंट में मारे गए शख्स की शिनाख्तगी करवाने एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी पहुंची. वहां नांता पुलिस ने दावा किया कि मोर्चरी में रखा शव उस शख्स का नहीं है जिसको उन्होंने रखवाया था. इस पर मोर्चरी स्टाफ सकपकाया गया. उसने बूंदी कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना दी. इस पर बूंदी कोतवाली पुलिस महावीर की बेटी को लेकर कोटा गई. वहां बेटी को मोर्चरी में रखा शव दिखाया, शव देखकर वह चौंक गई.
दूसरे शव का बेटी ने कोटा में किया अंतिम संस्कार
उसका दावा था कि यह शव उसके पिता महावीर चारण का है. इस पर पुलिस ने वह शव को भी महावीर के परिजनों को सौंप दिया. बाद में महावीर के परिजनों ने उसका कोटा में ही अंतिम संस्कार कर दिया. अब गफलत यह हो रही है असली महावीर कौनसा था. पहले वाला या दूसरे वाला. कोतवाली पुलिस ने दुबारा सौंपे गए शव और महावीर की बेटी का डीएनए सैम्पल लिया है. उनका मिलान कर तय किया जाएगा कि असली महावीर कौन सा था. शवों की अदला बदली के लिए पुलिस महावीर के परिजनों को जिम्मेदार ठहरा रही है.