पति के पास घंटो बैठी रोती रही पत्नी, जब घर के अंदर जाकर देखा तो सबकी रूह कांप उठी

मुज्जफरनगर: कहते हैं पति और पत्नी ही एक दूसरे का सहारा होते हैं. ऐसे में जब एक की मौत हो जाए तो दूसरा बेसहारा हो जाता है. कुछ ऐसा ही दर्दनाक मामला हाल ही में हमारे सामने आया है. जहां यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में बीते सोमवार की शाम को एक दिल दहला देने वाला नजारा देखने को मिला. दरअसल, मुजफ्फरनगर के एक मकान का दरवाजा रविवार दोपहर से ही बंद था. जब 24 घंटे तक वह दरवाजा किसी ने नहीं खोला तो पड़ोसियों को शक होने लग गया. जिसके बाद उन्होंने नजदीकी पुलिस स्टेशन में मामले की सूचना दे दी. पुलिस ने जब वहां पहुंचकर घर का दरवाजा तोड़ा तो अंदर का मंजर देख कर सबके पांव तले से जमीन खिसक गई. बहरहाल. चलिए जानते हैं आखिर यह पूरा मामला क्या था…
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यह मामला मुजफ्फरपुर के नई मंडी थाना क्षेत्र के आदर्श कॉलोनी का है. जहां एक मकान का दरवाजा 24 घंटे से बंद था. मोहल्ले वालों को जब शक हुआ तो उन्होंने इस मामले की जानकारी पुलिस को दे दी. जब पुलिस उस मकान में पहुंची तो वहां का दरवाजा अंदर से बंद था. पुलिस ने मकान के आसपास स्थित लोगों से पूछताछ की तो उन्हें पता चला कि मकान के अंदर एक बुजुर्ग कपल आत्माराम गर्ग 78 वर्षीय और ओमवती 72 वर्षीय रहते हैं. इसके इलावा पड़ोसियों ने बताया कि उनके दो बेटे हैं जिनमें से एक गुड़गांव में नौकरी करता है और दूसरा रुड़की में. पुलिस ने जब दोनों बेटों से संपर्क करने की कोशिश की तो एक ने वहां आने से साफ इंकार कर दिया जबकि, दूसरे ने आने। का कह कर भी कई घंटों तक नहीं आया. इसके बाद पुलिस को मजबूरन वह दरवाजा तोड़ना पड़ा. जब पुलिस और पड़ोसी अंदर पहुंचे तो अंदर का नजारा चौंका देने वाला था.

दरअसल, जब पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर हैंडीकैप्ड दंपति कुर्सी पर बैठी थी और सामने ही आत्माराम की लाश पड़ी हुई थी. ओमवती हैंडीकैप्ड होने की वजह से कुर्सी से हिल भी नहीं पा रही थी और ना ही किसी को मदद के लिए बुला पा रही थी. मकान के अंदर का नजारा देखने के बाद ऐसा लग रहा था जैसे आत्माराम बिस्तर पर सोए सोए नीचे गिर गए और गिरने के बाद उनकी मौत हो गई. जब ओमवती अपने पति की लाश को देखा तो वह कुर्सी पर खिसक कर किसी तरह बैठ गई. करीब 24 घंटे तक वह किसी का इंतजार करती रही कि कोई दरवाजा खोलकर अंदर आ कर उसकी सहायता करें. परंतु जब तक लोगों को उसके हालातों का पता चला तब तक बहुत देर हो चुकी थी. ऐसा दर्दनाक मंजर देखकर वहां मौजूद सभी लोग रो पड़े.

पुलिस ने जब पीड़ित महिला से पूछताछ की तो उसने बताया कि रोज की तरह उसके पति ने सोने से पहले गेट बंद कर दिया था. जब वह सुबह उठी तो कुर्सी पर बैठ गई. पीड़ित महिला ने बताया कि उसने अपने पति से पूछा कि “आप नीचे क्यों सो रहे हो?” जब जवाब नहीं मिला तो वह समझ गई कि उसके पति अब इस दुनिया में नहीं रहे. ओमवती ने कहा ” मैं तो हर दिन की तरह सो रही थी बाकी मुझे कुछ नहीं पता”.
SP ओमबीर सिंह के अनुसार यह मामला एक बुजुर्ग दंपति का है. जहां उसके बेटों ने उसको त्याग दिया और हैंडीकैप्ड होने के कारण मैं अपने पति की लाश को जलाने में भी असमर्थ थी. फिलहाल ने पीड़ित महिला को अच्छे इलाज के लिए हॉस्पिटल भिजवा दिया है और मामले की कार्रवाई शुरू कर दी है.