अरे गजब! जिस सुई में धागा भी आसानी से नहीं जाता, वहां बना दी पूरी मूर्ति
हैदराबाद: अपनी कलाकारी से दुनिया नाम बनाने वाले हैदराबाद के वारंगल के इस कलाकार की अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हो रही है. सूक्ष्म मूर्तिकार अजय कुमार मत्तेवाड़ा ने अपनी कला से सबको आश्चर्यचकित कर दिया है. उन्होंने ब्राजील के रियो डी जनेरियो में स्थित दुनिया के सात अजूबों में से एक ‘क्राइस्ट द रिडीमर’ की एक आश्चर्यजनक सूक्ष्म प्रतिकृति बनाई है. इस कलाकार ने दुनिया को हैरान दिया है. हैरान करने वाली बात है इस मूर्ति को जहां बनाया गया है, वो जगह.
सुई की आंख पर ‘क्राइस्ट द रिडीमर की मूर्ति’
क्राइस्ट द रिडीमर’ की मूल प्रतिमा 30 मीटर (98 फीट) ऊंची है. इतनी ऊंची प्रतिमा को मूर्तीकार अजय कुमार ने सुई की आंख पर बनाया है जिसकी लंबाई मात्र 1.1 मिमी है. इसे सुई की आंख के भीतर तैयार किया गया है. अपने छोटे आकार के बावजूद, मूर्तिकला में छोटे-छोटे डिटेल दिखायी दे रहे हैं. छोटी सी जगह पर बनी इस मूर्ति में क्राइस्ट की उंग्लियों की बनावट, कपड़ों और स्किन की सिलवट देखी जा सकती है. ये अपने आप में आश्चर्य से कम नहीं है. 98 फीट ऊंची प्रतिमा को मात्र 1.1 मिमी में तैयार करना अदभुत कला है.
कैसे बनाई गई ये 1.1 मिमी की मूर्ति
लोकल 18 से बात करते हुए अजय कुमार ने बताया कि उन्होंने रंग भरने के लिए स्व-तैयार मोम, प्लास्टिक पाउडर और कैटरपिलर बालों का उपयोग किया है. बारीक विवरण के लिए उन्होंने रेशमकीट के बालों से बने नाजुक उपकरणों का उपयोग किया, जो केवल सांस लेने से मुड़ जाते हैं. इस कृति के निर्माण में लगभग उन्हें दो महीनों का समय लगा है और इस केवल माइक्रोस्कोप के नीचे ही देखा जा सकता है.
पहले भी बना चुके हैं सूक्ष्म मूर्ति
उन्होंने आगे बताया कि 2017 में उन्होंने यीशु का एक सूक्ष्म सुनहरा क्रॉस बनाया था, जिसकी ऊंचाई 0.95 मिमी और चौड़ाई 0.17 मिमी थी. मई 2024 में, उन्होंने प्रतिष्ठित वर्ल्ड आर्ट दुबई प्रदर्शनी में भाग लिया, जहां उनकी सूक्ष्म मूर्तियों को 65 देशों के दर्शकों और कलाकारों ने सराहा. उन्होंने इस बार भी कमाल किया है और अपनी कला का गजब नमूना पेश किया है.